Financial Crisis: मालदीव में गहराया वित्तीय संकट, मुइज्जू सरकार ने विदेशी मुद्रा से खरीद पर लगाई पूरी पाबंदी, पढ़ें पूरी जानकारी

Financial Crisis: मालदीव में गहराया वित्तीय संकट, मुइज्जू सरकार ने विदेशी मुद्रा से खरीद पर लगाई पूरी पाबंदी, पढ़ें पूरी जानकारी
Last Updated: 20 अक्टूबर 2024

मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत के साथ अपने संबंधों में तनाव बढ़ाकर अपने देश के लिए आर्थिक समस्याओं को बढ़ा दिया है। इस तनाव के कारण मालदीव को विभिन्न क्षेत्रों में पर्यटन, विदेशी निवेश और व्यापार पर गंभीर नुकसान का सामना करना पड़ रहा हैं।

माले: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की नई दिल्ली यात्रा और पीएम मोदी के साथ बैठक ने रिश्तों में सुधार की कोशिशों को दर्शाया है, लेकिन देश की गहरी वित्तीय संकट को देखते हुए ये प्रयास पर्याप्त नहीं रहे हैं। मालदीव को डॉलर संकट का सामना करना पड़ रहा है, जो उसकी आर्थिक स्थिरता को प्रभावित कर रहा है। नई विदेशी मुद्रा विनियमन के तहत, सरकार ने विदेशी मुद्रा में लेन-देन के तरीके को सीमित कर दिया है। इससे पर्यटन प्रतिष्ठानों और बैंकों पर अनिवार्य विदेशी मुद्रा विनिमय नियंत्रण लागू कर दिया गया है, जिसका उद्देश्य डॉलर की उपलब्धता को बेहतर करना और आर्थिक स्थिरता को पुनर्स्थापित करना हैं।

हालांकि, इस तरह के नियंत्रणों के साथ-साथ देश के आर्थिक स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए अन्य उपायों की भी आवश्यकता है। मालदीव की अर्थव्यवस्था मुख्यतः पर्यटन पर निर्भर है, और इस क्षेत्र में विदेशी निवेशकों और पर्यटकों का भरोसा जीतना आवश्यक हैं।

मालदीप की अर्तव्यवस्था को लगा झटका

मालदीव की आर्थिक स्थिति पिछले वर्ष राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू केइंडिया आउट अभियान के बाद गंभीर रूप से प्रभावित हुई है। इस अभियान ने भारतीय पर्यटकों के बीच नकारात्मकता फैलाई, जिससे मालदीव की पर्यटन-निर्भर अर्थव्यवस्था को झटका लगा। हाल ही में मालदीव ने इस्लामिक बॉंड के भुगतान में संभावित चूक से बचने के लिए भारत से पांच करोड़ डॉलर का ब्याज मुक्त ऋण लिया, जो संकट के समय में महत्वपूर्ण सहायता साबित हुआ।

एक अक्टूबर से लागू किए गए नए विनियमन के तहत, मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण (एमएमए) ने पर्यटन उद्योग द्वारा उत्पन्न सभी विदेशी मुद्रा आय को स्थानीय बैंकों में जमा करने का आदेश दिया है। यह कदम विदेशी मुद्रा भंडार की स्थिति को बेहतर करने के लिए उठाया गया है, क्योंकि देश का विदेशी मुद्रा भंडार आयात बिल को पूरा करने में असमर्थ हैं।

मुइज्जू सरकार ने इन चीजों पर लगाई रोक

मालदीव में डॉलर की कमी के कारण सख्त विदेशी मुद्रा विनियमन लागू करने के तहत, मालदीवियन मौद्रिक प्राधिकरण (एमएमए) ने हाल ही में नए नियम जारी किए हैं। ये नियम स्थानीय धिवेही भाषा में प्रकाशित किए गए हैं और उनका उद्देश्य आर्थिक स्थिति को नियंत्रित करना और डॉलर की मांग को सीमित करना है। इन नए विनियमों के अनुसार, मालदीव के भीतर सभी लेन-देन अब मालदीवियन रूफिया (एमवीआर) में किए जाने होंगे, सिवाय उन मामलों के जहां स्पष्ट रूप से विदेशी मुद्रा में लेन-देन की अनुमति दी गई है। इसका मतलब है कि वस्तुओं और सेवाओं के लिए मूल्य, शुल्क, किराया और मजदूरी का भुगतान केवल स्थानीय मुद्रा में करना होगा।

इसके अलावा नए नियमों के अंतर्गत यह भी प्रावधान है कि विदेशी मुद्रा में बिल जारी करने पर रोक लगा दी गई है, जिससे विदेशी मुद्रा के उपयोग को और सीमित किया जा रहा है। ये कदम देश के वित्तीय संकट को देखते हुए उठाए गए हैं और इसका उद्देश्य स्थानीय अर्थव्यवस्था को स्थिर करना और डॉलर की कमी को दूर करना हैं।

 

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