जो बाइडेन ने एच-1बी वीजा प्रोग्राम में सुधार की योजना की घोषणा की है, जिसका मुख्य उद्देश्य भारतीय पेशेवरों के लिए अमेरिका में काम करना और वहां रहना आसान बनाना है। इस बदलाव के अंतर्गत, जो बाइडेन प्रशासन ने वीजा प्रक्रिया को सरल बनाने और उच्च-skilled श्रमिकों को प्रोत्साहित करने की दिशा में कई कदम उठाने का वादा किया हैं।
वॉशिंगटन: जो बाइडेन के प्रशासन द्वारा एच-1बी वीजा प्रोग्राम में किए गए बदलाव ने विशेष कौशल वाले विदेशी श्रमिकों के लिए अमेरिका में नौकरी पाने की प्रक्रिया को आसान बना दिया है। यह कदम भारतीयों और अन्य विदेशी श्रमिकों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि इससे उन्हें अमेरिका में रहने और काम करने का अवसर मिलेगा, खासकर उन लोगों को जिनके पास उच्च कौशल वाले पेशेवर अनुभव हैं।
एच-1बी वीजा एक गैर-आप्रवासी वीजा प्रोग्राम है, जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशों से विशेष व्यवसायों में काम करने के लिए अस्थायी श्रमिकों को नियुक्त करने की अनुमति देता है। बाइडेन प्रशासन ने इसे और भी सरल बना दिया है, जिससे विशेष कौशल वाले भारतीय और अन्य विदेशी पेशेवरों के लिए अमेरिका में काम करना और भी अधिक सुलभ हो गया हैं।
इस नए फैसले के तहत, एफ-1 छात्र वीजा से एच-1बी वीजा में समायोजन की प्रक्रिया को भी सरल कर दिया गया है, जिससे छात्रों के लिए अमेरिका में काम करने का रास्ता और भी आसान हो गया है। इससे न केवल भारतीय पेशेवरों को फायदा होगा, बल्कि अमेरिकी कंपनियों को भी कुशल कार्यबल प्राप्त करने में मदद मिलेगी, जिससे उनकी कार्यक्षमता और उत्पादकता बढ़ सकती हैं।
एच-1बी वीजा प्रोग्राम में बदलाव से भारतियों को होगा फायदा
जो बाइडेन के प्रशासन द्वारा एच-1बी वीजा प्रोग्राम में किए गए बदलावों का उद्देश्य भारतीयों और अन्य विदेशी श्रमिकों के लिए अमेरिका में नौकरी पाना और वहां रहना सरल बनाना है। बाइडेन का नया फैसला अमेरिकी नियोक्ताओं के लिए प्रतिभाशाली श्रमिकों को बनाए रखने की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाएगा, जिससे भारतीयों और अन्य उच्च कौशल वाले श्रमिकों के लिए अमेरिका में कार्य करने का अवसर और अधिक सुलभ होगा।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि नया नियम अनुमोदन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करता है और एच-1बी कार्यक्रम की अखंडता और निगरानी में सुधार करता है। यह नियोक्ताओं को उनके व्यवसाय की श्रमिक आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करेगा, जबकि श्रमिकों की सुरक्षा और अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए अमेरिकी कर्मचारी सुरक्षा के नियमों का पालन किया जाएगा।
कब शुरु होंगे आवेदन?
एच-1बी वीजा प्रोग्राम में जो बाइडेन द्वारा किए गए बदलावों के तहत वीजा के लिए आवेदन प्रक्रिया 17 जनवरी, 2025 से शुरू होगी। इस प्रक्रिया में एक नया फॉर्म I-129, जो गैर-आप्रवासी श्रमिकों के लिए याचिका का एक नया संस्करण है, आवश्यक होगा। यह नियम लागू होने की तारीख के साथ प्रभावी होगा।इसके अलावा, पूर्व फॉर्म संस्करणों को स्वीकार करने के लिए कोई छूट अवधि नहीं दी जाएगी।
इसका मतलब है कि केवल नया संस्करण ही स्वीकार किया जाएगा। यूएससीआईएस (संघीय नागरिकता और आव्रजन सेवा) जल्द ही नए फॉर्म I-129 के संस्करण का एक पूर्वावलोकन संस्करण यूएससीआईएस की आधिकारिक वेबसाइट (USCIS.gov) पर प्रकाशित करेगा।
क्या है H-1B Visa के नए नियम?
नए नियम का उद्देश्य विशेष व्यवसायिक पदों के साथ-साथ गैर-लाभकारी और सरकारी अनुसंधान संगठनों के लिए एच-1बी वीजा की परिभाषा और मानदंडों को आधुनिक बनाना है, ताकि नियोक्ताओं और श्रमिकों के लिए अधिक लचीलापन और स्पष्टता प्रदान की जा सके। इनमें से कुछ श्रमिकों को एच-1बी वीजा पर वार्षिक वैधानिक सीमा से छूट प्राप्त है, और नए नियम इन श्रमिकों के लिए प्रक्रियाओं को और सरल बनाते हैं।
विज्ञप्ति में यह भी उल्लेख किया गया है कि नए नियम एफ-1 वीजा पर छात्र जो अपनी स्थिति को एच-1बी वीजा में बदलना चाहते हैं, उनके लिए लचीलापन प्रदान करते हैं। इससे उन छात्रों के लिए वैध स्थिति और रोजगार प्राधिकरण में आने वाली बाधाओं को कम किया जाएगा, और छात्र बिना किसी व्यवधान के अपनी स्थिति बदल सकेंगे।
अंतिम नियम यूएससीआईएस को उन व्यक्तियों के आवेदनों को तेज़ी से संसाधित करने की अनुमति देगा, जिन्होंने पहले एच-1बी वीजा के लिए अनुमोदन प्राप्त किया था। इसके अलावा, यह नियम उन याचिकाकर्ता संगठनों के हितधारकों को भी एच-1बी वीजा पर पात्र बनाएगा, जिनका संगठन में नियंत्रित हित हो, बशर्ते वे उचित शर्तों का पालन करें।