इजरायली सेना ने हाल ही में लेबनान पर एक भीषण हवाई हमला किया, जिसमें हिजबुल्लाह के कई ठिकानों को निशाना बनाया गया। इस हमले में 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
बेरुत: इजरायली सेना ने लेबनान के बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में भारी हवाई हमला किया है, जो अब तक का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। यह हमला हिज़्बुल्लाह-नियंत्रित क्षेत्र में हुआ, जिसमें 20 से अधिक लोग मारे गए। मंगलवार सुबह से शुरू हुए इस हमले में करीब एक दर्जन हवाई हमले किए गए, जिससे बेरूत के क्षेत्र में धुंआ फैल गया और नागरिकों में भय का माहौल बन गया।
इजरायली सेना ने अपने बयान में कहा कि उसने बेरूत के दहियाह क्षेत्र में हिज़्बुल्लाह के ठिकानों पर हमला किया और दावा किया कि उसने इस समूह के अधिकांश हथियारों और मिसाइल सुविधाओं को नष्ट कर दिया है। इसके अलावा, इजरायली सेना ने नागरिकों को कम से कम नुकसान पहुँचाने के लिए कदम उठाने का दावा किया और यह आरोप दोहराया कि हिज़्बुल्लाह जानबूझकर नागरिकों को मानव ढाल के रूप में उपयोग करता हैं।
हमले में लेबनान को पहुंची भारी क्षति
इजरायली हमले में लेबनान को भारी नुकसान हुआ है, खासकर बेरूत और आसपास के क्षेत्रों में। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायली हमलों में बेरूत के दक्षिण-पूर्व स्थित बाल्चमे गांव में आठ लोग, चौफ जिले के जौन गांव में 15 लोग, और दक्षिण के तेफहता क्षेत्र में पांच लोग मारे गए। इसके अलावा, नबातीह पर हमले में दो लोग मारे गए और तटीय शहर टायर में एक व्यक्ति की मौत हुई। मंत्रालय ने यह भी कहा कि पूर्वोत्तर के हर्मेल क्षेत्र में भी एक व्यक्ति की जान गई।
सितंबर से इजरायली बमबारी के बाद से बेरूत के निवासी बड़े पैमाने पर दक्षिणी उपनगरों से भाग गए हैं। सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक हमले के फुटेज में देखा गया कि दो मिसाइलें एक 10 मंजिला इमारत से टकराईं, जिससे इमारत ध्वस्त हो गई और मलबे के बादल उड़ने लगे।
हिजबुल्लाह ने भी किया था पलटवार
इजरायली पुलिस ने पुष्टि की कि उत्तरी इजरायली शहर नाहरिया में एक आवासीय इमारत पर हमले में दो लोगों की मौत हो गई। हिजबुल्लाह ने इस हमले की जिम्मेदारी ली और दावा किया कि उनका उद्देश्य नाहरिया के पूर्व में स्थित एक सैन्य अड्डे को निशाना बनाना था। इजरायली सेना ने कहा कि उत्तर इजरायल में ड्रोन हमलों के कारण नागरिकों को शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।
इसके अलावा, बचाव कर्मियों ने बताया कि एक विस्फोट हाइफ़ा उपनगर के एक किंडरगार्टन के प्रांगण में हुआ, जिसके बाद बच्चों को सुरक्षित आश्रय स्थल में ले जाया गया। हालांकि, इस विस्फोट में किसी भी व्यक्ति को चोट नहीं आई। इस घटना से यह स्पष्ट है कि ड्रोन हमलों का असर नागरिक क्षेत्रों पर भी पड़ा है, और लोग अपनी सुरक्षा के लिए आश्रय ले रहे हैं।