अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में लगभग एक सप्ताह बचा है, और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस के बीच जोरदार टक्कर देखने को मिल रही है। रॉयटर्स/इप्सोस के चुनावी सर्वे के अनुसार, कमला हैरिस ट्रंप के मुकाबले महज 1 प्रतिशत प्वाइंट से आगे चल रही हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 5 नवंबर को होना है।
वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा जारी है। दोनों नेताओं ने चुनाव प्रचार में अपना पूरा दम-खम लगा दिया है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स/इप्सोस के अनुसार, राष्ट्रपति पद की रेस में कमला हैरिस, डोनाल्ड ट्रंप के मुकाबले महज 1 प्रतिशत प्वाइंट से आगे चल रही हैं। लेटेस्ट सर्वे में 44 प्रतिशत जनता ने कमला हैरिस को वोट देने की इच्छा जताई है, जबकि 43 प्रतिशत लोग ट्रंप के समर्थन में हैं।
सीबीसी-एबीसी न्यूज के सर्वे में कमला हैरिस आगे
हाल ही में हुए सीबीसी न्यूज और एबीसी न्यूज के चुनावी सर्वे में डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच कड़ी टक्कर नजर आ रही है। सीबीएस न्यूज के सर्वे के अनुसार, कमला हैरिस ने 50 प्रतिशत वोट के साथ ट्रंप (49 प्रतिशत) से महज 1 प्रतिशत की बढ़त बनाई है।
वहीं, एबीसी न्यूज के सर्वे में कमला हैरिस को 51 प्रतिशत और डोनाल्ड ट्रंप को 47 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है। इस प्रकार, दोनों सर्वे में हैरिस को स्पष्ट बढ़त मिलती दिख रही है।
रोजगार और अर्थव्यवस्था: अमेरिकी जनता की राय चुनावी मुद्दों पर
5 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में रोजगार और अर्थव्यवस्था प्रमुख मुद्दे बने हुए हैं। मौजूदा दौर में, अमेरिकी जनता को लुभाने के लिए दोनों पार्टियां इन मुद्दों को चुनावी प्रचार का केंद्र बना रही हैं।
हालिया सर्वे के अनुसार, 47 प्रतिशत जनता का मानना है कि रोजगार, अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी दूर करने के मामले में डोनाल्ड ट्रंप का दृष्टिकोण सही है। वहीं, 37 प्रतिशत जनता को लगता है कि इन मुद्दों को हल करने में कमला हैरिस ट्रंप से बेहतर राष्ट्रपति साबित होंगी। इस प्रकार, रोजगार और अर्थव्यवस्था की चुनौतियों को लेकर जनता की राय विभाजित नजर आ रही है।
स्विंग स्टेट्स पर ट्रंप और कमला हैरिस की नजरें
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में स्विंग स्टेट्स की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होती है। अमेरिका में सात ऐसे राज्य हैं, जिन्हें स्विंग स्टेट्स कहा जाता है। इन राज्यों के मतदाता स्पष्ट रूप से यह नहीं बता सकते कि वे किस पार्टी को वोट देंगे, जिससे इनकी महत्ता और बढ़ जाती है।
स्विंग स्टेट्स के चुनावी परिणाम किसी कैंडिडेट की जीत या हार तय कर सकते हैं। इसी कारण, ट्रंप और कमला हैरिस दोनों ही इन राज्यों के मतदाताओं को लुभाने में जुटे हैं। उनकी रणनीतियों का फोकस रोजगार, अर्थव्यवस्था और स्थानीय मुद्दों पर है, ताकि वे इन महत्वपूर्ण राज्यों में समर्थन हासिल कर सकें।