विनेश फोगाट ने भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा पर राजनीति के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, "मुझे यह नहीं पता कि वहां मुझे किसका समर्थन मिला। पीटी उषा मैडम मेरे अस्पताल में मिलने आई थीं और हमारे साथ एक फोटो भी खींची गई थी। जैसा कि आपने कहा, बंद दरवाजों के पीछे राजनीति में बहुत कुछ होता है। उसी तरह, मेरे साथ भी वहां राजनीति हुई।"
Paris Olympics: विनेश फोगाट ने पीटी उषा पर बड़ा आरोप लगाया है। कुश्ती के फाइनल मुकाबले से पहले 100 ग्राम वजन बढ़ने के कारण अयोग्य घोषित की गई विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक को लेकर एक बड़ा बयान दिया। फाइनल से अयोग्य होने के बाद विनेश फोगाट ने कुश्ती से इस्तीफा दे दिया था।
अब उन्होंने भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष और राज्यसभा की उप सभापति पीटी उषा द्वारा साझा की गई तस्वीर पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। हाल ही में विनेश फोगाट ने कांग्रेस पार्टी जॉइन की है और उन्हें हरियाणा की जुलाना सीट से चुनावी टिकट दिया गया है।
विनेश ने पीटी उषा पर लगाए राजनीति आरोप
पेरिस ओलंपिक 2024 में कुश्ती के फाइनल में पदक जीतने में असफल रहने के कारण दुखी विनेश फोगाट ने कुश्ती से संन्यास लेने का निर्णय लिया और कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गईं। जानकारी के अनुसार, विनेश को वजन वर्ग से 100 ग्राम अधिक होने के कारण अयोग्य घोषित किया गया, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। जब विनेश अस्पताल में थीं, तो उन्हें देखने के लिए पीटी उषा आई थीं। अब, उस तस्वीर को लेकर विनेश फोगाट ने पीटी उषा पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने उस फोटो को शेयर करके राजनीति की है।
लोगो ने दिया रेसलिंग न छोड़ने का सुझाव- विनेश
एक निजी समाचार चैनल को दिए गए इंटरव्यू में विनेश फोगाट ने कहा, "मुझे नहीं पता कि मुझे कितना समर्थन मिला। पीटी उषा मैम मुझसे अस्पताल में मिलने आईं और एक फोटो क्लिक करवाई। आपने एक बार कहा था कि बंद दरवाजे के पीछे काफी राजनीति होती है, और मेरे साथ भी पेरिस में ऐसा ही हुआ। मैं अंदर से बहुत टूट चुकी थी। कई लोगों ने मुझसे रेसलिंग न छोड़ने का सुझाव दिया, लेकिन जब हर जगह राजनीति है, तो मैं क्यों रेसलिंग जारी रखूं?"
बिन बताये खींची गई तस्वीर- विनेश
इसके अलावा विनेश ने कहा कि जब आप अस्पताल के बिस्तर पर होते हैं, तब आपको यह नहीं पता होता कि बाहर की दुनिया में क्या चल रहा है। आप अपने जीवन के सबसे कठिन क्षणों से गुजर रहे होते हैं। उस समय, आप दिखाते हैं कि आप मेरे साथ हैं और बिना बताए तस्वीरें खींच लेते हैं, फिर उन्हें सोशल मीडिया पर डालकर यह कहते हैं कि हम एक साथ हैं। ऐसा कोई असली समर्थन नहीं होता।