Jawahar Navodaya Vidyalaya: नवोदय विद्यालय ने रच दिया इतिहास, दोस्ती और शिक्षा से बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

Jawahar Navodaya Vidyalaya: नवोदय विद्यालय ने रच दिया इतिहास, दोस्ती और शिक्षा से बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
Last Updated: 12 घंटा पहले

नवोदय विद्यालय, जो हमेशा से अपनी शिक्षा प्रणाली और छात्रों की उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है, ने एक नई मिसाल कायम की है। इस बार यह चर्चा में है, लेकिन किसी परीक्षा या शिक्षा से नहीं, बल्कि अपने पूर्व छात्रों के मिलन समारोह 'नवोत्सव 3.0' के कारण। यह एलुमनी मीट केवल देशभर से आए छात्रों का मिलन था, बल्कि इसने एक नया इतिहास भी रचा, जब इसे वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया।

"नवोत्सव 3.0": एक ऐतिहासिक मिलन समारोह

जवाहर नवोदय विद्यालय के इस ऐतिहासिक एलुमनी मीट में 1987 से अब तक के हजारों पूर्व छात्र शामिल हुए। इस मीट को अब तक का सबसे बड़ा पूर्व छात्र मिलन समारोह बताया जा रहा है। यह आयोजन मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में हुआ, जहां देश के विभिन्न हिस्सों से पूर्व छात्र शामिल हुए। जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पूर्वोत्तर भारत और दक्षिण भारत के राज्यों से आए छात्रों ने इस समारोह को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।

वर्ल्ड बुक ऑफ एक्सीलेंस में दर्ज हुआ रिकॉर्ड

इस आयोजन की खास बात यह थी कि वर्ल्ड बुक ऑफ एक्सीलेंस, यूके की एक टीम भी इस समारोह का हिस्सा रही थी, जिन्होंने इसे वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज किया। इतने बड़े पैमाने पर पूर्व छात्रों का एकत्रित होना किसी ऐतिहासिक क्षण से कम नहीं था।

नवोदय ने दिया हर क्षेत्र में चमकने का मौका

एलुमनी मीट में नवोदय के पूर्व छात्र जैसे डॉक्टर, सीए, सीएस, टीचर, प्रोफेसर, बिजनेसमैन समेत हर क्षेत्र में सफल हुए लोग शामिल हुए। हर एक ने अपने जीवन की सफलता के पीछे नवोदय विद्यालय की शिक्षा और अनुशासन को श्रेय दिया। एक ऐसे ही पूर्व छात्र होशंगाबाद के सांसद दर्शन सिंह चौधरी भी थे, जिन्होंने अपने जीवन में नवोदय विद्यालय की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, "एक छोटे से गांव से निकलकर आज सांसद बनने में नवोदय विद्यालय की बड़ी भूमिका है और मैं इसके लिए हमेशा कर्जदार रहूंगा।"

नवोदय का उद्देश्य और उसका असर

नवोदय विद्यालय की शुरुआत 1986 में हुई थी, जिसका उद्देश्य था ग्रामीण इलाकों में प्रतिभाशाली छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना। नवोदय विद्यालय समिति द्वारा संचालित यह स्कूल सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध होता है, और यहां के छात्रों का परिणाम हमेशा ही शानदार रहता है। इस विद्यालय में छात्रों को छठी क्लास से एडमिशन मिलता है और यहां 3 भाषाओं में पढ़ाई होती हैं।

देशभर में 660 से ज्यादा नवोदय विद्यालय

नवोदय विद्यालय आज पूरे देश में 660 से ज्यादा शाखाओं के साथ छात्रों को शिक्षा दे रहा है। इस स्कूल में पढ़ाई का स्तर और विद्यार्थियों का प्रदर्शन हमेशा ही सर्वश्रेष्ठ रहा है। नवोदय के छात्रों ने केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि खेल, राजनीति, विज्ञान, और अन्य क्षेत्रों में भी अपनी पहचान बनाई हैं।

"नवोत्सव 3.0" एक अद्भुत आयोजन

मध्यप्रदेश के नवोदय विद्यालय के पूर्व छात्रों ने इस शानदार आयोजन का आयोजन किया था। मध्यप्रदेश एलुमनी एसोसिएशन ऑफ नवोदय (मान) द्वारा आयोजित यह तीसरा "नवोत्सव" था। इस आयोजन में भाग लेने वाले पूर्व छात्रों ने नवोदय विद्यालय को अपनी सफलता और कड़ी मेहनत का श्रेय दिया, जो उन्हें जीवन में प्रेरित करता हैं।

नवोदय की शिक्षा एक लंबी यात्रा की शुरुआत

नवोदय विद्यालय का यह आयोजन केवल पूर्व छात्रों का मिलन था, बल्कि यह इस बात का भी प्रमाण था कि नवोदय विद्यालय में पढ़ाई करने का अनुभव जीवनभर प्रेरित करता है। यहां से निकले छात्र आज देश के कोने-कोने में विभिन्न क्षेत्रों में अपने देश की सेवा कर रहे हैं। नवोदय विद्यालय की शिक्षा ने उन्हें सिर्फ अच्छे छात्र ही नहीं, बल्कि अच्छे इंसान भी बनाया हैं।

अंत में, एक प्रेरणा

यह आयोजन यह साबित करता है कि अगर मेहनत और सच्ची दोस्ती के साथ कुछ किया जाए तो कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है। नवोदय विद्यालय के इस एलुमनी मीट ने छात्रों के बीच दोस्ती और एकता का ऐसा उदाहरण पेश किया है, जो केवल नवोदय के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा बन गया हैं।

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