गाजीपुर जिले में हुई मुठभेड़ में यूपी पुलिस ने सन्नीदयाल को ढेर कर दिया है। सन्नीदयाल लखनऊ के इंडियन ओवरसीज बैंक लूटकांड में शामिल था और बिहार के मुंगेर जिले का रहने वाला था। पुलिस ने उसे घेर लिया और मुठभेड़ के दौरान वह घायल हो गया, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
गाजीपुर: लखनऊ के इंडियन ओवरसीज बैंक के 42 लॉकर तोड़ने वालों में से एक अपराधी, सन्नीदयाल, मंगलवार सुबह गाजीपुर में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। सन्नीदयाल की पहचान अमलिया थाना असरगंज, बिहार के मुंगेर जिले के निवासी के रूप में हुई है। यह मुठभेड़ गाजीपुर के कुतुबपुर पुराने बंद पड़े खंडहर ढाबे के पास हुई।
पुलिस के अनुसार, सन्नीदयाल को गोली लगने से घायल हो गया था, जबकि उसका साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गया। घायल सन्नीदयाल को भदौरा अस्पताल भेजा गया, लेकिन उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे गाजीपुर जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
यूपी पुलिस की बड़ी सफलता
गाजीपुर पुलिस की संयुक्त टीम मंगलवार सुबह चेकिंग कर रही थी, जब उन्हें एक मोटरसाइकिल पर दो संदिग्ध व्यक्तियों को मुंह बांधकर आते हुए देखा। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन बाइक सवारों ने तेज गति से पुलिस टीम की ओर मोटरसाइकिल चढ़ाने की कोशिश की और बिहार बॉर्डर की ओर भागने लगे। इसके बाद, चौकी इंचार्ज ने पहले से ही बिहार बॉर्डर पर तैनात स्वाट/सर्विलांस टीम और प्रभारी निरीक्षक को सूचित किया।
सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने संदिग्ध बाइक सवारों की घेराबंदी कर दी। जैसे ही आगे भागने का रास्ता बंद हुआ, एक बदमाश ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश को गोली लगी, जबकि दूसरा बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गया।
क्या है पूरा मामला?
21 दिसंबर को लखनऊ के इंडियन ओवरसीज बैंक में हुई लूट एक बड़ी घटना के रूप में सामने आई, जिसमें चोरों ने पुलिस चौकी से महज सौ मीटर दूर बैंक के दीवार में सेंध लगाकर चोरी की। बदमाश चार घंटे तक बैंक में घुसकर 42 लॉकरों को काटकर उनके सामान की लूट करते रहे। इस दौरान गश्त करने वाली पुलिस को इस घटना का कोई आभास नहीं हुआ। बदमाशों ने बैंक के 90 लॉकरों में से 42 को काटकर उसमें रखा सामान चुरा लिया। हालांकि चोरी गए सामान का सटीक अनुमान नहीं लगाया जा सका है, लेकिन माना जा रहा है कि चोर करोड़ों रुपये की ज्वैलरी और अन्य कीमती सामान लेकर फरार हो गए।
घटना के बाद बैंक प्रबंधन चोरी गए सामान की सूची तैयार कर रहा है और लॉकर के उपयोगकर्ताओं से संपर्क कर रहा है। बैंक के मैनेजर की ओर से अज्ञात चोरों के खिलाफ चिनहट थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया हैं।
इस लूट का खुलासा उस वक्त हुआ जब रविवार दोपहर डेढ़ बजे बैंक के बगल की दुकान के मालिक जफर ने दीवार को कटा हुआ देखा और पुलिस को सूचित किया। जांच में पता चला कि बदमाश बैंक के पीछे खाली प्लॉट से दाखिल हुए थे, जहां की दीवार टूटी थी। चोरों ने लगभग दो फीट गोलाई में दीवार को काटा, फिर अलार्म सिस्टम के तार को काटकर अंदर घुसे और लॉकर रूम की दीवार को कटर से काट कर लॉकर में रखे सामान को चुरा लिया।