प्रदेश के सभी कॉलेजों से PG की पढ़ाई बंद कराने के लिए उच्च शिक्षा विभाग की ओर से एक ऐसा प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस संबंध में राज्य के सभी युनिवर्सिटी से प्रस्ताव की मांग की गई है। बताया गया कि इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग में सभी युनिवर्सिटी के पदाधिकारियों की मौजूदगी में बैठक हो चुकी है।
Jharkhand News: झारखंड में शिक्षा विभाग की ओर से एक प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिसमें सभी कॉलेजों से PG की पढ़ाई को बंद करने का आदेश दिया गया है। इस संबंध में प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटी से प्रस्ताव भी मांगा गया है। बता दें कि इसे लेकर शिक्षा विभाग ने सभी यूनिवर्सिटी के पदाधिकारियों के साथ बैठक भी कर ली है। इसके तहत अब जारी प्रस्ताव को शिक्षा विभाग झारखंड सरकार को भेजने की तैयारी कर रहा है।
एक यूनिवर्सिटी में होगी PG
शिक्षा विभाग द्वारा लिए गए इस फैसले के अनुसार इस प्रस्ताव में कॉलेजों में PG की पढ़ाई बंद कर दी जाएगी। लेकिन अब एक ही यूनिवर्सिटी में इसकी पढ़ाई होगी। बताया जा रहा है कि UGC के आदेश के बाद झारखंड सरकार भी इस दिशा में कदम बढ़ा चुकी है।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत
इस संबंध में कोल्हान यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डा. राजेंद्र भारती ने subkuz.com टीम से बातचीत करते हुए कहा कि यूजीसी के निर्देशानुसार ही यह प्रस्ताव तैयार किया गया है। बताया कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के नियमों के तहत इस तरह का प्रस्ताव जारी किया है। इसे लेकर उच्च शिक्षा विभाग में बैठक भी आयोजित हो चुकी है। दरअसल, कैबिनेट से पास होने के बाद ही यह प्रस्ताव राज्य में लागू हो पाएगा।
चार साल की होगी UG
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यूजी चार साल के लिए होगी। नियमानुसार इसमें तीन साल में एग्जाम की आंसर की डिग्री मिल जायेगी। इसके बाद चौथे साल में टॉप रहने वाले 10 % स्टूडेंट्स को ही PG करने का प्रावधान है। इस कारण सभी यूनिवर्सिटियों में ही पीजी को संचालित करने का निर्णय UGC का है। यूनिवर्सिटी में पीजी के विद्यार्थियों की संख्या को बढ़ाने में एक ही जगह पीजी को संचालित करने का फैसला लिया गया है।