थाईलैंड समेत भारतीय पासपोर्ट पर,अब 23 देशों में बिना वीजा के एंट्री, ताकतवर हो रहा है भारतीय पासपोर्ट
थाईलैंड ने भारतीयों के लिए वीजा-मुक्त प्रवेश ( visa free entry ) की घोषणा की है, इसका मतलब यह हुआ की अब भारतीय पासपोर्ट होल्डर जब चाहें थाईलैंड की यात्रा कर सकतें हैं, भारतीय पासपोर्ट धारकों को अब थाईलैंड के वीजा के लिए इन्तजार नहीं करना पड़ेगा। थाई प्रधान मंत्री श्रेता थाविसिन ( Srettha Thavisin ) ने अपने घोषणा में कहा की, भारत और ताइवान के लोग अब बिना वीजा के देश में प्रवेश कर सकेंगे और एक महीने ( 30 ) दिन तक रह सकेंगे। यह वीज़ा-मुक्त प्रवेश ( visa free entry ) के विकल्प 1 नवंबर से लागू हो गया है।
जाहिर है की थाईलैंड ने अपने पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए यह घोषणा की है. कोविड महामारी के दौरान थाईलैंड की पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा था और अब भी थाईलैंड का पर्यटन उद्योग इस झटके से उबर नहीं पाया है. थाईलैंड की जीडीपी में पर्यटन क्षेत्र का योगदान लगभग 20 प्रतिशत से ज्यादा है।
थाईलैंड के अर्थव्यवस्था के लिए उठाया गया कदम
थाईलैंड के प्रधानमंत्री श्रेता थाविसिन ( Srettha Thavisin ) ने साप्ताहिक कैबिनेट की बैठक के बाद मीडिया को बताया, हम भारत और ताइवान के लोगों के लिए वीज़ा-मुक्त प्रवेश ( visa free entry ) की अनुमति दे रहे हैं, भारत और ताइवान के लोग थाईलैंड आना पसंद करते हैं, ( visa free entry ) से थाईलैंड के पर्यटन उद्योग पर सकारात्मक असर पड़ेगा। कोविड के बाद सुरु हुए यूक्रेन युद्ध ने भी पश्चिमी देशों के पर्यटकों पर असर डाला है और उनका थाईलैंड समेत बाकि देशों में भी जाना कम हुआ है, ऐसे में थाईलैंड के यह फैसला उसके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
पहले भी भारत और ताइवान दोनों देशों के पर्यटक थाईलैंड में ( on arrival visa ) लेकर प्रवेश कर सकते थे पर अब इसकी भी जरुरत ख़त्म कर दी गई है।
साथ ही साथ थाईलैंड ने चीनी पर्यटकों के लिए प्रवेश वीजा भी खोल दिया है, थाई सरकार को उम्मीद है कि इस कदम से थाईलैंड में अतिरिक्त 1.4 मिलियन पर्यटक आएंगे और लगभग 1.5 बिलियन डॉलर का राजस्व आएगा ।थाई पर्यटन मंत्रालय के मुताबिक, इस साल सितंबर में 12 लाख भारतीयों ने थाईलैंड का दौरा किया। मलेशिया, चीन और दक्षिण कोरिया के बाद यह चौथा नंबर है।
थाईलैंड से पहले, दुनिया में 22 देश थे जो भारतीयों के लिए वीज़ा-मुक्त प्रवेश की अनुमति देते थे। ये देश हैं अंगोला, बारबाडोस, भूटान, डोमिनिका, अल साल्वाडोर, फिजी, गैबॉन, गाम्बिया, ग्रेनेडा, हैती, जमैका, कजाकिस्तान, मकाऊ, मॉरीशस, माइक्रोनेशिया, नेपाल, सेंट किट्स एंड नेविस, सेनेगल, सेंट विंसेंट, त्रिनिदाद,टोबैगो।