भारतीय क्रिकेट टीम का विजयी अभियान बेंगलुरू के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में रुक गया। न्यूजीलैंड ने भारत को 8 विकेट से हराकर तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है। जीत के लिए न्यूजीलैंड को 107 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे उसने पांचवें दिन दूसरे सेशन में आसानी से हासिल कर लिया।
स्पोर्ट्स न्यूज़: न्यूजीलैंड ने बेंगलुरु में खेले गए बारिश से बाधित पहले टेस्ट मैच में भारत को 8 विकेट से हरा दिया, और इस जीत के साथ न्यूजीलैंड ने तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। पहले दिन बारिश के कारण कोई खेल नहीं हो सका, लेकिन इसके बाद न्यूजीलैंड ने पूरे मैच में शानदार प्रदर्शन किया।भारत की पहली पारी में पूरी टीम मात्र 46 रनों पर सिमट गई। इसके जवाब में न्यूजीलैंड ने रचिन रवींद्र के 134 और डेवन कॉनवे के 91 रनों की मदद से 402 रन बनाए। भारतीय टीम ने दूसरी पारी में सरफराज खान के 150 और ऋषभ पंत के 99 रनों की बदौलत 462 रन बनाए, जिससे न्यूजीलैंड को 107 रनों का लक्ष्य मिला।
भारतीय टीम ने दूसरी पारी में की थी वापसी
भारतीय टीम ने दूसरी पारी में शानदार वापसी की कोशिश की। यशस्वी जायसवाल और रोहित शर्मा ने बेहतरीन शुरुआत करते हुए पहले विकेट के लिए 72 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की। सरफराज खान ने दमदार शतक लगाते हुए 150 रनों की पारी खेली, जिससे टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचने में मदद मिली। ऋषभ पंत ने भी शानदार बल्लेबाजी करते हुए 99 रन बनाए, हालांकि वे शतक से चूक गए।
टॉप ऑर्डर के ज्यादातर बल्लेबाज लय में नजर आए, लेकिन केएल राहुल एक बार फिर फ्लॉप रहे और बड़ी पारी खेलने में असफल रहे। भारतीय टीम ने दूसरी पारी में कुल 462 रन बनाए, जिससे न्यूजीलैंड के सामने 107 रनों का टारगेट रखा गया।
न्यूजीलैंड ने खत्म किया 36 साल का सूखा
न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ बेंगलुरु में खेले गए पहले टेस्ट मैच के पांचवें दिन महत्वपूर्ण जीत दर्ज की, जो भारत में उनकी 36 साल बाद पहली टेस्ट जीत थी। मैच के चौथे दिन खराब रोशनी के कारण खेल जल्दी समाप्त कर दिया गया था, और पांचवें दिन भी खेल देरी से शुरू हुआ। भारतीय टीम ने जसप्रीत बुमराह की शानदार गेंदबाजी के साथ शुरुआत की, जब उन्होंने कीवी कप्तान टॉम लैथम को पहली ही गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट कर मुश्किल में डाल दिया।
हालांकि, इसके बाद डेवन कॉनवे और विल यंग ने संयमित खेल दिखाते हुए 35 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की, जिससे न्यूजीलैंड को मैच में स्थिरता मिली। भारतीय गेंदबाजों ने इन्हें दबाव में लाने की कोशिश की, लेकिन दोनों बल्लेबाजों ने धैर्य बनाए रखा और विकेट पर पैर जमा लिए। बुमराह ने कॉनवे का विकेट लेकर भारत को एक और मौका दिया, लेकिन इसके बाद यंग और रचिन रवींद्र ने जिम्मेदारी से खेलते हुए न्यूजीलैंड की जीत सुनिश्चित की।
यह जीत न्यूजीलैंड के लिए ऐतिहासिक थी, क्योंकि उन्होंने 36 साल बाद भारत में टेस्ट मैच में जीत दर्ज की। इससे पहले 1988-89 में न्यूजीलैंड ने भारत में आखिरी बार टेस्ट जीत हासिल की थी।