Olympics 2024: विनेश फोगाट की वतन वापसी, परिजनों को देख हुई भावुक, दिल्ली एयरपोर्ट पर विनेश का किया भव्य स्वागत

Olympics 2024: विनेश फोगाट की वतन वापसी, परिजनों को देख हुई भावुक, दिल्ली एयरपोर्ट पर विनेश का किया भव्य स्वागत
Last Updated: 17 अगस्त 2024

पेरिस ओलंपिक 2024 में गोल्ड मेडल जीतने से चूक गईं विनेश फोगाट की आज 17 अगस्त को वतन वापसी हुई है। जब वह दिल्ली वापस लौटीं, तो एयरपोर्ट (Airport) पर उनका भव्य स्वागत किया गया। अपने परिवार और दोस्तों को देखकर वह भावुक हो गईं और उनकी आंखों से आंसू बहने लगे। उनका स्वागत करने के लिए बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक भी वहां मौजूद थे।

Vinesh Phogat India Returns: आज यानि 17 अगस्त को पेरिस ओलंपिक से भारत की बेटी दिल्ली लौट आई हैं। भारतीय पहलवान विनेश फोगाट का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर भव्य स्वागत किया गया। सैकड़ों लोगों की भीड़ उनके स्वागत के लिए जमा हुई थी, और अपने परिवार वालों को देखकर वह भावुक हो गईं और उनकी आंखों से आंसू बहने लगे।

उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे, और उनके दर्द को देखकर वहां मौजूद हर कोई भावुक हो गया। वह लगातार अपने आंसू पोंछती रहीं, लेकिन उनके मुंह से एक भी शब्द नहीं निकला। दिल्ली एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के लिए उनके परिवार के अलावा भारत के स्टार रेसलर और ओलंपिक मेडलिस्ट (Olympics Medalist) बजरंग पूनिया (Bajrang punia) और साक्षी मलिक भी पहुंचे थे।

सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात

यह उल्लेखनीय है कि उन्हें पेरिस ओलंपिक के दौरान कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा था, जब आधिकारिक वजन के समय 100 ग्राम अधिक वजन पाए जाने के कारण उन्हें 50 किलोग्राम (Killogram) स्वर्ण पदक मुकाबले से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। विनेश फोगाट के शनिवार को भारत लौटने को देखते हुए दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया गया था। पहले से यह अनुमान लगाया गया था कि उनके समर्थक बड़ी संख्या में इकट्ठा होंगे, इसलिए पुलिस बल की तैनाती की गई थी।

विनेश फोगाट के कोच ने दी जानकारी 

पहलवान ने ओलंपिक पोडियम पर नहीं पहुंच पाने पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने अपनी व्यक्तिगत निराशा को भारत में महिलाओं के अधिकारों के लिए चल रहे व्यापक संघर्ष से जोड़ा, जिसे उन्होंने पूर्व कुश्ती महासंघ के प्रमुख के खिलाफ अपने विरोध प्रदर्शन में समर्थन दिया था।

विनेश की अयोग्यता की परिस्थितियों के बारे में उनके कोच वोलेर अकोस ने विस्तार से जानकारी दी, जिन्होंने बताया कि विनेश ने वजन (Weight|) कम करने के लिए पूरी रात कड़ी मेहनत की थी। पेरिस खेलों के दौरान विनेश को प्रशिक्षित करने वाले अकोस ने भी बताया कि अंतिम वेट-इन से एक रात पहले, पहलवान को एक कठिन और खतरनाक वजन कम करने की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा था, लेकिन फिर भीड़ भी उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया।

वजन कम करने के लिए की कड़ी मेहनत

यह उल्लेखनीय है कि कोच ने उनके बारे में कहा था, "सेमीफाइनल (Semifinal) के बाद 2.7 किलोग्राम अतिरिक्त वजन बचा था। हमने एक घंटा बीस मिनट तक एक्सरसाइज की, लेकिन फिर भी 1.5 किलो वजन बना रहा। सौना के 50 मिनट बाद, उस पर पसीने की एक बूंद भी नजर नहीं आई। कोई विकल्प नहीं बचा था, और आधी रात से सुबह 5:30 बजे तक, वह अलग-अलग कार्डियो मशीनों और कुश्ती चालों पर काम कर रही थी, एक बार में लगभग तीन-चौथाई घंटे, दो-तीन मिनट के आराम के साथ।

उसके बाद वह फिर से शुरू हो गई। वह गिर गई, लेकिन किसी तरह हमने उसे उठाया और उसने सौना में एक घंटा बिताया।" टीम के प्रयासों के बावजूद, विनेश वजन कम करने में असफल रहीं, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें अंतिम मुकाबले से बाहर कर दिया गया। संयुक्त रजत पदक के लिए खेल पंचाट न्यायालय (सीएएस) में फोगाट की अपील 14 अगस्त को खारिज कर दी गई।

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