Sarabjot Singh: बेटे के मेडल जीतने पर भावुक हुए माता-पिता, खुशी जाहिर करते हुए मां ने कहां - घर आएगा तो अपने हाथ से रोटी बनाकर खिलाऊंगी

Sarabjot Singh: बेटे के मेडल जीतने पर भावुक हुए माता-पिता, खुशी जाहिर करते हुए मां ने कहां - घर आएगा तो अपने हाथ से रोटी बनाकर खिलाऊंगी
Last Updated: 31 जुलाई 2024

Sarabjot Singh: बेटे के मेडल जीतने पर भावुक हुए माता-पिता, खुशी जाहिर करते हुए मां ने कहां - घर आएगा तो अपने हाथ से रोटी बनाकर खिलाऊंगी 

पेरिस ओलिंपिक 2024 में सरबजोत सिंह ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया हैं। उनकी इस जीत से देश के साथ उनके माता-पिता के लिए भी बड़ी खुशी की बात हैं। सरबजोत के पिता ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहां कि उनका बेटा YouTube पर वीडियो देख कर अभ्यास करता था  आठ साल की कड़ी मेहनत के बाद आज ओलिंपिक में Bronze Medal जीत लिया हैं।  

अंबाला: पेरिस ओलिंपिक 2024 में भारत के लिए मनु भाकर और सरबजोत की जोड़ी ने 10 मीटर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है. उन्होंने कोरिया को 16-10 के अंतर से पराजीत किया। सरबजोत के कांस्य पदक जीतने पर उनके पैतृक गांव धीन में परिवार और अन्य लोग गर्व महसूस कर रहे हैं। सरबजोत सिंह द्वारा ब्रॉन्ज मेडल जीतन गांव के साथ देश के लिए बडे सम्मान की बात हैं। Sarabjot Singh की  इस जीत के बाद उनके माता-पिता की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। 

आठ साल की कड़ी मेहनत से पाया मुकाम - सरबजोत के पिता

सरबजोत के पिता ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहां कि सरबजोत ने देश के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता है। यह देश के साथ हमारे लिए बडे सम्मान की बात हैं। पिता ने कहां कि उनका बेटा YouTube पर वीडियो देखकर रोजाना अभ्यास करता था. उसकी आठ साल की कड़ी मेहनत आज रंग लाई हैं. ओलिंपिक में Bronze Medal जीतकर गांव और देश का नाम रोशन कर दिया हैं। Sarabjot के पिता जितेंद्र सिंह ने कहां कि उन्होंने अपने बेटे का कोई मैच लाइव नहीं देखा था, लेकिन अपने बेटे पर पूरा विश्वाश था कि वह देश के लिए मेडल जीतेगा। सरबजोत सिंह की मां हरदीप कौर ने कहां कि बेटे के घर आने पर उसे अपने हाथ से खाना बनाकर खिलाऊंगी। 

स्कूल के दौरान वॉलीबॉल टीम में हुआ चयन

सररबजो के पिता जितेंद्र सिंह बताया कि वर्ष 2012 में पहली बार सरबजोत को स्कूल की वालीबाल टीम में खेलने के लिए भेजा गया था। लेकिन स्कूल में चल रही निशानेबाजी प्रतियोगिता में किसी ने भी भाग नहीं लिया। उस समय मुख्य अध्यापक ने सरबजोत सिंह को वॉलीबॉल में न भेजकर निशानेबाजी में भाग दिला दिया। सरबजोत ने उस खेल में गोल्ड मेडल जीता। मीडिया से बातचीत पर हरदीप कौर ने बताया कि बचपन में सरबजोत हर खिलौना तोड़  देता था, लेकिन बंदूक को बहुत संभालकर रखता था। आज उसने बचपन के शोक को बुलंदियों तक पहुंचा दिया।

सीएम नायब ने भी दी बधाई

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने सरबजोत और मनु को बधाई देते हुए कहां कि पैरिस ओलंपिक में देश के लिए पदक की शुरूआत हरियाणा की खिलाड़ी मनू भाकर ने ही की है, उसके बाद निरन्तर खिलाड़ी उमदा प्रदर्शन करके मैडल हासिल रहे हैं। यह सब हरियाणा सरकार की 2014 की खेल नीति का ही नतीजा है। मुख्यमंत्री नारायणगढ़ अनाज मंडी में जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहां कि जिन खिलाडिय़ों का गेम्स में मुकाबला अभी बाकी है, उनसे आशा करते है कि वे बेहतर प्रदर्शन करके देश के लिए मेडल जीतेंगे।

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