ध्यानचंद स्टेडियम, जो कि एक प्रमुख हॉकी स्थल है, ने अपने आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच की मेज़बानी 2014 में हीरो वर्ल्ड लीग फाइनल के दौरान की थी। अब, यह स्टेडियम एक बार फिर से हलचल में है, क्योंकि बुधवार (23 अक्टूबर) और गुरुवार को यहां दो टेस्ट मैच खेले जाएंगे।
स्पोर्ट्स न्यूज़: दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में एक दशक बाद अंतरराष्ट्रीय हॉकी की वापसी हो रही है, जो कि भारतीय हॉकी के लिए एक महत्वपूर्ण पल है। भारतीय हॉकी टीम बुधवार को जर्मनी के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में उतरेगी। इस मुकाबले में टीम की नजरें पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में जर्मनी से मिली 2-3 की हार का बदला लेने पर होंगी।
हालांकि, भारतीय टीम के लिए यह चुनौती आसान नहीं होगी। जर्मनी, जो कि वर्तमान में विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर है, हाल ही में पेरिस ओलंपिक के फाइनल में नीदरलैंड के खिलाफ पेनल्टी शूटआउट में हार चुका है। भारत की टीम इस समय पांचवें स्थान पर है, इसलिए उन्हें जर्मनी के खिलाफ अपनी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की आवश्यकता होगी।
कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा...
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने मैच से पहले कहा कि यह सीरीज दिल्ली में हॉकी के प्रति भावना को पुनर्जीवित करेगी। उनका मानना है कि इस सीरीज के जरिए युवा खिलाड़ी हॉकी को अपनाने के लिए प्रेरित होंगे। ध्यानचंद स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय हॉकी का अंतिम मैच 2014 में हीरो वर्ल्ड लीग फाइनल के रूप में खेला गया था, और अब ये दो टेस्ट मैच बुधवार और गुरुवार को होने जा रहे हैं।
हॉकी प्रेमियों ने इन टेस्ट मैचों के प्रति गहरी रुचि दिखाई है, जिससे साफ है कि दिल्ली में हॉकी को लेकर उत्साह लौट रहा है। मुफ्त टिकटों के लिए 12,000 दर्शकों ने आवेदन किया है, जबकि स्टेडियम की कुल क्षमता 16,000 दर्शकों की है। कागजों में जर्मनी मजबूत टीम मानी जा रही है, लेकिन पिछले पांच मुकाबलों में भारत ने तीन जीत हासिल की हैं और दो में हार का सामना करना पड़ा हैं।
भारतीय टीम में शामिल हुआ नया चेहरा
भारतीय हॉकी टीम में ड्रैग फ्लिकर वरुण कुमार को शामिल किया गया है, और टीम की कमान हरमनप्रीत सिंह संभालेंगे, जबकि उपकप्तानी विवेक सागर करेंगे। इस बार टीम से हार्दिक चोट के कारण बाहर हैं। टीम में नए चेहरे भी देखने को मिलेंगे, जैसे राजिंदर सिंह और आदित्य अर्जुन, जो अपने करियर की शुरुआत करने जा रहे हैं। मंदीप सिंह की टीम में वापसी भी महत्वपूर्ण हैं।
इस साल पेरिस ओलंपिक में भारत ने कांस्य पदक जीता था और टोक्यो में अपने बेहतरीन प्रदर्शन को बरकरार रखा था। अब, ये नए खिलाड़ी और अनुभवी खिलाड़ी मिलकर जर्मनी के खिलाफ मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद करेंगे।