NASA: नासा की नई अंतरिक्ष दूरबीन स्फेरेक्स; ब्रह्मांड के अनसुलझे रहस्यों से उठेगा पर्दा! जानें कैसे बदलेगा ब्रह्मांड को देखने का नजरिया?

NASA: नासा की नई अंतरिक्ष दूरबीन स्फेरेक्स; ब्रह्मांड के अनसुलझे रहस्यों से उठेगा पर्दा! जानें कैसे बदलेगा ब्रह्मांड को देखने का नजरिया?
अंतिम अपडेट: 6 घंटा पहले

ब्रह्मांड की उत्पत्ति और उसके विस्तार को समझने की वैज्ञानिकों की कोशिशों को एक नई दिशा देने के लिए NASA ने अपनी नई अंतरिक्ष दूरबीन स्फेरेक्स (SPHEREx) ऑब्जर्वेटरी को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया हैं।

नई दिल्ली: ब्रह्मांड की उत्पत्ति हमेशा से एक गूढ़ रहस्य रही है, जिसे वैज्ञानिक सदियों से समझने की कोशिश कर रहे हैं। विज्ञान की तमाम प्रगति के बावजूद अंतरिक्ष अब भी अनगिनत रहस्यों से भरा हुआ है। हालांकि, अब ऐसा लगता है कि इन रहस्यों से पर्दा उठने वाला है। दरअसल, नासा ने एक अत्याधुनिक अंतरिक्ष दूरबीन (Space Telescope) लॉन्च की है, जिसकी मदद से पूरे ब्रह्मांड और उसमें मौजूद लाखों आकाशगंगाओं को पहले से कहीं अधिक स्पष्टता के साथ देखा जा सकेगा। 

यह दूरबीन खगोल विज्ञान के क्षेत्र में एक नया युग स्थापित कर सकती है, क्योंकि इससे पहले इस स्तर की दूरबीन कभी विकसित नहीं की गई थी। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इस मिशन के जरिए ब्रह्मांड की उत्पत्ति और विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण सवालों के जवाब मिल सकते हैं।

कैसे बदलेगा ब्रह्मांड को देखने का नजरिया?

एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट ने कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स स्टेशन से इस अत्याधुनिक दूरबीन को प्रक्षेपित किया। यह स्पेस टेलीस्कोप पृथ्वी के ध्रुवों के ऊपर उड़ान भरेगा और इन्फ्रारेड किरणों की मदद से ब्रह्मांड की विस्तृत तस्वीरें तैयार करेगा। इस मिशन की एक अनोखी विशेषता यह है कि स्फेरेक्स ऑब्जर्वेटरी दो वर्षों में चार बार पूरे अंतरिक्ष का नक्शा तैयार करेगी, जिससे वैज्ञानिकों को गहरे अंतरिक्ष में मौजूद गैसों, धूल और आकाशगंगाओं की संरचना का अध्ययन करने का अभूतपूर्व अवसर मिलेगा।

यह नई अंतरिक्ष दूरबीन पिछले किसी भी टेलीस्कोप की तुलना में अधिक विस्तृत डेटा प्रदान करेगी। इसकी 102 विभिन्न रंगों की पहचान करने की क्षमता इसे बेहद खास बनाती है, क्योंकि यह वह प्रकाश भी देख सकती है जो इंसानी आंखों के लिए अदृश्य हैं।

इस मिशन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें

* यह अंतरिक्ष के अंधेरे क्षेत्रों में मौजूद पानी और जीवन के अन्य संभावित तत्वों की खोज में भी मददगार होगी।
* मिशन के दौरान चार छोटे सैटेलाइट भी भेजे गए हैं, जो सूर्य के रहस्यों को उजागर करने में सहायता करेंगे।

वैज्ञानिकों का मानना है कि ब्रह्मांड की उत्पत्ति के रहस्य को समझने के लिए हमें उसके सबसे पुराने प्रकाश का अध्ययन करना होगा। स्फेरेक्स मिशन इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसकी मदद से डार्क मैटर और डार्क एनर्जी जैसे अनसुलझे सवालों के जवाब मिल सकते हैं, जो ब्रह्मांड के विस्तार में बड़ी भूमिका निभाते हैं।

इस मिशन की लॉन्चिंग पहले फरवरी में होनी थी, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण इसे कुछ हफ्तों के लिए टाल दिया गया था। हालांकि अब यह अंतरिक्ष में पहुंच चुका है और जल्द ही वैज्ञानिकों को नई और रोमांचक जानकारियां प्रदान करेगा।

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