यह नया जेट सिर्फ पाकिस्तान की हवाई ताकत को बढ़ाएगा ही नहीं, बल्कि भारत के लिए भी एक नई सुरक्षा चुनौती लेकर आएगा। इसके आने से इलाके में ताकत का संतुलन बदल सकता है और इससे हमारे सुरक्षा और युद्ध की रणनीतियों पर असर पड़ेगा।
नई दिल्ली: दक्षिण एशिया में हवाई ताकत का संतुलन अब एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच गया है। चीन ने पाकिस्तान को अगली पीढ़ी का स्टेल्थ फाइटर J-35A देने की खबरें आई हैं, जिससे पूरे क्षेत्र की सुरक्षा रणनीतियों में हलचल मच गई है। यह जेट पाकिस्तान की हवाई क्षमता को बहुत मजबूत करेगा और भारत के लिए भी एक बड़ी चुनौती खड़ी करेगा।
J-35A, जिसे FC-31 के नाम से भी जाना जाता है, चीन का आधुनिक स्टेल्थ फाइटर विमान है। यदि पाकिस्तान के पास यह विमान आ जाता है, तो यह पहली बार होगा जब उसके पास ऐसा विमान होगा जो दुश्मन की रडार में पकड़े बिना लंबी दूरी से हमला कर सकेगा।
J-35A: सिर्फ विमान नहीं, बल्कि ताकत में बढ़त
इस जेट को चीन की कंपनी AVIC ने बनाया है। इसे पहले नौसेना के लिए बनाया गया था, अब इसका वायु सेना वर्जन भी तैयार हो चुका है। इसमें बढ़िया रडार, इन्फ्रारेड सर्च सिस्टम, नेटवर्क-वॉरफेयर और तेज उड़ान जैसी खूबियां हैं। इस जेट में लगे PL-15 और PL-17 मिसाइलें भारतीय वायु सेना के महत्वपूर्ण विमानों को 250 से 400 किलोमीटर की दूरी से आसानी से निशाना बना सकती हैं। इसका मतलब है कि पाकिस्तान बिना दुश्मन को देखे ही हमला कर सकेगा, जो भारत के लिए एक बड़ी चुनौती साबित होगी।
भारत के पास क्या है?
अभी भारतीय वायुसेना के पास राफेल, Su-30MKI, Mirage-2000, MiG-29UPG और Tejas Mk1 जैसे कई लड़ाकू जेट हैं, जो ज्यादातर चौथी पीढ़ी के विमान माने जाते हैं। इनमें से राफेल ही J-35A का मुकाबला करने में सक्षम है, खासकर उसकी उन्नत मिसाइल और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम की वजह से। लेकिन राफेल में स्टेल्थ तकनीक कम है, जिससे यह J-35A के मुकाबले लंबी दूरी के युद्ध में कमजोर पड़ सकता है। Su-30MKI बहुत फुर्तीला है, लेकिन उसकी रडार सिग्नेचर ज्यादा है, इसलिए वह स्टेल्थ जेट के सामने जल्दी पकड़ में आ सकता है।
J-35A के आने से क्या बदल सकता है?
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर पाकिस्तान को ये जेट मिल गए, तो यह भारत के लिए लंबी अवधि की बड़ी चुनौती होगी। यह विमान पाकिस्तान को भारत के अंदर भी गहराई तक हमला करने की ताकत देगा और भारतीय एयर फोर्स के अहम विमानों को खतरे में डाल सकता है।
भारत को क्या करना चाहिए?
इस खतरे से निपटने के लिए भारत को कई कदम उठाने होंगे:
- AMCA प्रोजेक्ट को तेज करें: भारत का अपना पांचवीं पीढ़ी का स्टेल्थ फाइटर AMCA जल्दी तैयार करें ताकि घरेलू तकनीक मजबूत हो।
- राफेल स्क्वाड्रन बढ़ाएं: राफेल की और खरीद करें जिससे हमारी हवाई ताकत और मजबूत हो।
- AEW&C और AWACS विमानों की संख्या बढ़ाएं: इन विमानों से हवा में दुश्मन की गतिविधियों पर नजर रखी जाती है।
- XRSAM और S-400 मिसाइल सिस्टम जल्दी तैनात करें: ये मिसाइलें दुश्मन के लंबी दूरी के हमलों का जवाब दे सकती हैं।
- इलेक्ट्रॉनिक और साइबर सुरक्षा पर ध्यान दें: स्टेल्थ जेट के खिलाफ इलेक्ट्रॉनिक युद्ध और साइबर सुरक्षा अहम हो जाएगी, इसलिए इन क्षेत्रों में तेजी से काम करें।