अब फर्जी सिम कार्ड और साइबर अपराधों पर रोक लगाने के लिए मोदी सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। 1 अप्रैल 2025 से सिम कार्ड जारी करने की प्रक्रिया में बड़े बदलाव होंगे, जिससे सिम खरीदने और बेचने के नियम कड़े हो जाएंगे। अगर आपके नाम पर 9 से अधिक सिम कार्ड रजिस्टर्ड हैं, तो अब आपको सतर्क हो जाना चाहिए, क्योंकि सरकार जल्द ही इन नंबरों की जांच शुरू करने जा रही है।
सिम कार्ड नियमों में क्या बदलाव हुए हैं?
अब बिना रजिस्ट्रेशन वाले डीलर सिम कार्ड नहीं बेच सकेंगे। सरकार ने सभी टेलीकॉम ऑपरेटरों को अपने डिस्ट्रीब्यूटर्स, एजेंटों और फ्रेंचाइज़ियों का रजिस्ट्रेशन करवाने का निर्देश दिया है। इस कदम का उद्देश्य फर्जी सिम कार्ड जारी करने पर रोक लगाना और टेलीकॉम इंडस्ट्री में पारदर्शिता बढ़ाना है।
1 अप्रैल 2025 से क्या बदल जाएगा?
• सिर्फ रजिस्टर्ड डीलर ही सिम कार्ड बेच सकेंगे।
• सभी सिम डीलर्स और एजेंट्स का वेरिफिकेशन अनिवार्य होगा।
• ग्राहकों को सिम खरीदने के लिए KYC (Know Your Customer) प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
• अगर किसी व्यक्ति के नाम पर 9 से अधिक सिम कार्ड हैं, तो उनकी जांच की जाएगी।
BSNL को मिली अतिरिक्त मोहलत
रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया जैसी कंपनियों ने पहले ही अपने सिम वितरकों का रजिस्ट्रेशन पूरा कर लिया है। हालांकि, BSNL अभी इस प्रक्रिया को पूरा नहीं कर पाया है। इसीलिए, सरकार ने BSNL को अतिरिक्त दो महीने का समय दिया है, ताकि वह अपने सभी डिस्ट्रीब्यूटर्स का रजिस्ट्रेशन पूरा कर सके।
सेट-टॉप बॉक्स यूजर्स के लिए बड़ी राहत
टेलीकॉम नियमों के साथ-साथ सेट-टॉप बॉक्स यूजर्स के लिए भी राहत भरी खबर आई है। अब अगर आप टाटा स्काई से एयरटेल या किसी अन्य DTH सर्विस में शिफ्ट होना चाहते हैं, तो आपको नया सेट-टॉप बॉक्स खरीदने की जरूरत नहीं होगी। पहले, जब ग्राहक एक कंपनी से दूसरी कंपनी में जाते थे, तो उन्हें नया सेट-टॉप बॉक्स लेना पड़ता था।
लेकिन अब भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) के प्रस्ताव के अनुसार, ग्राहक एक ही सेट-टॉप बॉक्स का उपयोग किसी भी सर्विस प्रोवाइडर के साथ कर सकेंगे। इससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी।
नए नियमों का असर
सरकार के इन नए नियमों से साइबर अपराधों पर लगाम लगेगी, फर्जी सिम कार्ड जारी करने की घटनाएं कम होंगी और टेलीकॉम सेक्टर में पारदर्शिता बढ़ेगी।
1 अप्रैल 2025 से, बिना रजिस्ट्रेशन वाले सिम विक्रेताओं पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अगर आप नया सिम खरीदने जा रहे हैं, तो सिर्फ अधिकृत डीलर्स से ही खरीदें और अपनी KYC प्रक्रिया पूरी करवाएं। इससे न केवल आपकी सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि टेलीकॉम इंडस्ट्री भी ज्यादा संगठित और सुरक्षित बनेगी।