दिवाली को रोशनी का त्योहार माना जाता है, जिसे सबसे अधिक संख्या में भारतीय मनाते हैं। यह एक ऐसा अवसर है जब पूरा परिवार एकजुट होकर खुशियों का जश्न मनाता है। दिवाली का समय उन रिश्तेदारों से मिलने का भी होता है, जिनसे लंबे समय से मुलाकात नहीं हो पाई है।
Multi Asset Funds: दिवाली के उत्सव का मुख्य केंद्र लक्ष्मी पूजा है, जब हम घर में धन और संपन्नता लाने के लिए देवी लक्ष्मी की आराधना करते हैं। इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करने से हम कर्म के महत्व को भी समझते हैं। बड़ौदा बीएनपी परिबा एएमसी के सीईओ सुरेश सोनी के अनुसार, धन प्राप्ति के लिए हमें केवल पूजा ही नहीं, बल्कि कड़ी मेहनत भी करनी चाहिए और समझदारी से निवेश करना चाहिए। यह समय है जब हम सही वित्तीय निर्णय लेकर अपने भविष्य को सुरक्षित बना सकते हैं।
पोर्टफोलियो में इक्विटी
जैसे पूजा की थाली में दीपक सबसे पहला और महत्वपूर्ण तत्व होता है, वैसा ही स्थान पोर्टफोलियो में इक्विटी का है। दीपक अंधकार को दूर करने का प्रतीक है और यह जीवन में उम्मीद और स्पष्टता लाता है। इसी तरह, मल्टी-एसेट फंड के संदर्भ में, इक्विटी भी एक दीपक की भूमिका निभाती है।
इक्विटी आमतौर पर पोर्टफोलियो का ग्रोथ इंजन होती है, जो लंबी अवधि में उच्च रिटर्न देने के लिए जानी जाती है। जैसे दीपक पूरे अनुष्ठान को रोशन करता है, वैसे ही इक्विटी भी लंबी अवधि में उच्च रिटर्न की पेशकश कर ग्रोथ के मार्ग को उजागर करती है।
हालांकि बाजार की अस्थिरता के कारण इसमें कुछ स्तर का जोखिम होता है, लेकिन वेल्थ क्रिएशन की उनकी क्षमता उन्हें एक संतुलित पोर्टफोलियो के लिए आवश्यक बनाती है। शोध से यह साबित हुआ है कि लंबे समय में इक्विटी ने निवेशकों को सकारात्मक रिटर्न के साथ बेहतर अनुभव दिया है। वास्तव में, इक्विटी उच्चतम लंबी अवधि के रिटर्न वाला एसेट क्लास मानी जाती है।
फूल की भांति होता है डेट एसेट क्लास
फूल देवी लक्ष्मी की पूजा में न केवल सुंदरता का प्रतीक होते हैं, बल्कि वे पवित्रता और शांति का भी संचार करते हैं। इसी तरह, डेट एसेट क्लास जैसे बॉंड, डिबेंचर और सरकारी सिक्योरिटीज भी पोर्टफोलियो में स्थिरता और सुरक्षा प्रदान करते हैं।
डेट एसेट क्लास निवेशकों को नियमित आय के साथ-साथ बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाने का भरोसा देते हैं। जैसे फूल पूजा की थाली में खुशबू और रंग भरते हैं, वैसे ही डेट विकल्प पोर्टफोलियो में संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं।
जबकि इक्विटी में उतार-चढ़ाव होता है, डेट एसेट क्लास निवेशकों के लिए एक बफर के रूप में कार्य करते हैं, जिससे उन्हें लंबे समय तक सुरक्षित और स्थिर निवेश का अनुभव मिलता है। इस प्रकार, डेट एसेट क्लास फूलों की तरह ही वित्तीय स्थिरता और सुगंध का अनुभव कराते हैं।
रोली/तिलक: गोल्ड की सुरक्षा का प्रतीक
रोली या तिलक, जो पूजा के दौरान शुभता और सुरक्षा का प्रतीक होता है, भक्तों के माथे पर लगाया जाता है। यह पवित्र चिन्ह नकारात्मक ऊर्जा से बचाने में मदद करता है। मल्टी-एसेट फंड में, गोल्ड भी इसी प्रकार सुरक्षा का कार्य करता है। इसे अक्सर महंगाई और बाजार की मंदी के खिलाफ सुरक्षा कवच माना जाता है। जैसे तिलक आशीर्वाद और रक्षा प्रदान करता है, गोल्ड आर्थिक अनिश्चितताओं के समय एक सुरक्षित एसेट क्लास के रूप में आपके पोर्टफोलियो को सुरक्षित करता है।
गोल्ड की वैल्यू को संरक्षित करने की क्षमता इसे उन निवेशकों के लिए आवश्यक बनाती है, जो अपने निवेश को सुरक्षित रखना चाहते हैं। हाल के समय में गोल्ड ने उच्च रिटर्न दिया है, और इसकी कीमतों में बढ़ोतरी का एक कारण इसकी विभिन्न उपयोगिताएं हैं। भारत और चीन, जो गोल्ड के सबसे बड़े उपभोक्ता हैं, में प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि के साथ इसकी मांग भी बढ़ रही है।
लक्ष्मी की थाली से प्रेरणा
जब हम अपने निवेश पोर्टफोलियो की योजना बनाते हैं, तब देवी लक्ष्मी की पूजा थाली से प्रेरणा ले सकते हैं। पूजा थाली में विभिन्न वस्तुएं होती हैं, जो सभी का एक अलग उद्देश्य होता है। उसी प्रकार, मल्टी-एसेट फंड में विभिन्न एसेट क्लास मिलकर एक मजबूत निवेश पोर्टफोलियो बनाते हैं। पूजा की थाली की तरह, मल्टी-एसेट फंड में कैश, इक्विटी, डेट और गोल्ड जैसे एसेट क्लास शामिल होते हैं।
क्वॉइंस/मनी को माने कैश इक्विवेलेंट्स
पूजा की थाली में रखे सिक्के या धन धन, संपन्नता और वित्तीय सुरक्षा का प्रतीक होते हैं। ये देवी लक्ष्मी से फाइनेंशियल ग्रोथ और स्थिरता का आशीर्वाद मांगने के लिए होते हैं। निवेश की दुनिया में, कैश या कैश इक्विवेलेंट्स, जैसे TREPS (ट्रेजरी बिल रीपरचेज एग्रीमेंट्स) और ट्रेजरी बिल, इन सिक्कों के समान हैं। कैश पोर्टफोलियो में सुरक्षा का जाल बनाता है, जो बाजार की अस्थिरता के दौरान स्थिरता और लचीलापन प्रदान करता है।