Hyundai IPO: हुंडई ने बढ़ाई रफ्तार, लिस्टिंग के दूसरे दिन शेयरों में आई जोरदार तेजी

Hyundai IPO: हुंडई ने बढ़ाई रफ्तार, लिस्टिंग के दूसरे दिन शेयरों में आई जोरदार तेजी
Last Updated: 3 घंटा पहले

हुंडई की भारतीय यूनिट ने मंगलवार (22 अक्टूबर) को शेयर बाजार में लिस्टिंग की। इसका आईपीओ 1960 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर आया था, लेकिन पहले दिन शेयर में 7 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई थी। आज, हालांकि, हुंडई के शेयरों में अच्छी तेजी देखी गई, और कारोबार के दौरान एक समय पर शेयर 6 प्रतिशत से अधिक चढ़ गया।

नई दिल्ली: हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) के आईपीओ की शेयर बाजार में लिस्टिंग पहले दिन काफी फीकी रही। लेकिन दूसरे दिन इसमें जबरदस्त उछाल देखने को मिला। दिन के दौरान, यह एनएसई पर 6 फीसदी बढ़कर 1,928.90 रुपये तक पहुंच गया। हालांकि, आईपीओ ने निवेशकों को काफी निराश किया था।

सात प्रतिशत गिरावट के साथ शेयर

दक्षिण कोरिया की ऑटो निर्माता कंपनी हुंडई की भारतीय शाखा मंगलवार (22 अक्टूबर) को शेयर बाजार में लिस्ट हुई। इसका आईपीओ 1,960 रुपये प्रति शेयर के मूल्य पर जारी किया गया था, लेकिन पहले दिन यह 7 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुआ। यह भारत का सबसे बड़ा आईपीओ था, जिसने LIC के 21,000 करोड़ रुपये के इश्यू को पीछे छोड़ दिया। हालांकि, यह भी अन्य बड़े आईपीओ की तरह निवेशकों को लाभ पहुंचाने में असफल रही।

हुंडई का प्राइस बैंड महंगा था?

हुंडई के आईपीओ को निवेशकों से मिली प्रतिक्रिया काफी ठंडी रही। 27,870 करोड़ रुपये की प्रारंभिक शेयर बिक्री का मूल्य बैंड 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया गया था। शेयर बाजार के विशेषज्ञों का मानना था कि यह प्राइस बैंड काफी ऊँचा है और इसमें निवेशकों के लिए निकट भविष्य में ज्यादा लाभ कमाने की संभावना नहीं है।

इसके अलावा, हुंडई के आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) भी काफी गिर गया था। एक समय तो यह नेगेटिव क्षेत्र में चला गया था, लेकिन बाद में कुछ सुधार कर हरे निशान में पहुंचा। इस स्थिति ने देश के सबसे बड़े आईपीओ के प्रति निवेशकों के उत्साह को और भी कम कर दिया।

OFS से उत्साह में कमी आई

हुंडई का आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत था। इसका अर्थ यह है कि इस आईपीओ से प्राप्त समस्त धन हुंडई की प्रमोटर कंपनी को मिला और इसे भारत में हुंडई के व्यवसाय को विस्तार देने पर निवेश नहीं किया जाएगा। इस कारण से निवेशकों का उत्साह भी कम हो गया। इस आईपीओ में प्रमोटर हुंडई मोटर कंपनी (एचएमसी) ने 14,21,94,700 इक्विटी शेयरों की बिक्री की, जिसमें कोई नया इश्यू शामिल नहीं था।

लंबे इंतजार के बाद आया आईपीओ

हुंडई दो दशकों में आईपीओ लाने वाली पहली कार निर्माता बन गई है। इससे पहले, जापानी ऑटो निर्माता मारुति सुजुकी ने 2003 में अपना आईपीओ जारी किया था। हुंडई ने भारत में अपने कारोबार की शुरुआत की और वर्तमान में विभिन्न सेगमेंट में 13 मॉडल बेचती है। यह कंपनी मारुति सुजुकी के बाद देश में सबसे अधिक कारें बेचने वाली कंपनी है।

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