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IT सेक्टर में भारी गिरावट, Nifty IT 17 साल के निचले स्तर पर

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TCS, Infosys और Wipro की कमजोरी से Nifty IT Index 17 साल में सबसे कमजोर स्तर पर पहुंचा। 2025 में अब तक 23% की गिरावट दर्ज की गई है।

Stock Market: भारत के प्रमुख IT कंपनियों जैसे TCS, Infosys, Wipro और HCLTech की लगातार कमजोर performance ने पूरे IT सेक्टर को भारी संकट में डाल दिया है। अप्रैल 2025 की शुरुआत से अब तक Nifty IT Index में 9.5% की तेज़ गिरावट दर्ज की गई है, जबकि इस दौरान broader market यानी Nifty 50 Index में 1.4% की बढ़त देखने को मिली।

गुरुवार को भी जब Nifty 50 में 1.8% का उछाल आया, तब Nifty IT Index केवल 0.23% ही बढ़ पाया। ये आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि IT sector इस समय market momentum के साथ sync नहीं हो पा रहा है।

17 साल में सबसे कम वेटेज पर पहुंचा IT Sector

Nifty 50 में IT सेक्टर का weightage अब सिर्फ 10.2% रह गया है, जो कि मार्च 2008 में देखे गए 9.7% के historical low के बेहद करीब है। मार्च 2022 में यही वेटेज 17.7% था, यानी सिर्फ दो सालों में IT सेक्टर की हिस्सेदारी में लगभग 42% की गिरावट आई है।

इस sharp correction के कारण Nifty IT Index अब उन सभी gains को खोने की कगार पर है, जो उसे COVID-19 pandemic के दौरान और बीते दो दशकों में broader Nifty 50 की तुलना में मिले थे।

2025 की सबसे खराब शुरुआत: Nifty IT में 23% की गिरावट

साल 2025 की शुरुआत से लेकर अब तक Nifty IT Index में 23% तक की गिरावट आ चुकी है, जो पिछले दो दशकों की सबसे खराब शुरुआत मानी जा रही है। comparison करें तो 2022 में भी IT इंडेक्स ने साल के पहले चार महीनों में 18.3% की गिरावट दिखाई थी, लेकिन 2025 की गिरावट उससे कहीं ज्यादा deep और concerning है।

वर्तमान में, Nifty 50 में शामिल पांच प्रमुख IT कंपनियों का कुल market capitalization ₹25.5 लाख करोड़ रह गया है, जबकि पूरे Nifty 50 का market cap ₹189.4 लाख करोड़ है। यानी IT सेक्टर की हिस्सेदारी धीरे-धीरे सिकुड़ती जा रही है।

Experts की नजर में गिरावट की वजहें

IT सेक्टर की इस गिरावट के पीछे कई कारण हैं। सबसे बड़ा कारण है FY25 की चौथी तिमाही के कमजोर financial results और FY26 के लिए earnings estimates में गिरावट की आशंका।

Equinomics Research के Founder और Head of Research Chokkalingam G ने कहा,

"पहले IT कंपनियों का revenue हर साल 2-4% की दर से dollar terms में बढ़ता था, लेकिन अब FY26 में stagnation या decline की आशंका बन रही है। जब TCS और Infosys ने Q4 में सालाना आधार पर मुनाफे में गिरावट और revenue में स्थिरता दिखाई, तब investors की चिंता और गहराई।"

अमेरिकी बाजार पर dependency भी बना वजह

IT सेक्टर की हालत और बिगड़ गई जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति Donald Trump ने फिर से tariffs लगाने की चेतावनी दी। अमेरिका भारतीय IT services के लिए सबसे बड़ा export market है, और वहां की policy uncertainty सीधे तौर पर इस सेक्टर को प्रभावित करती है।

HSBC Global Research रिपोर्ट

"IT कंपनियों की स्थिति अमेरिका की macro-economic तस्वीर से गहराई से जुड़ी हुई है। हमने 2025 के outlook में अमेरिकी बाजार पर निर्भर कंपनियों की सिफारिश की थी, लेकिन अब केवल तीन महीनों में ही अमेरिकी economy का direction सबसे ज्यादा uncertain हो गया है।"

क्या IT Sector लंबी मंदी की ओर बढ़ रहा है?

अगर मौजूदा गिरावट का trend ऐसे ही जारी रहा, तो यह चौथा लगातार calendar year होगा जब IT Index, Nifty benchmark से underperform करेगा। यह IT सेक्टर के लिए एक prolonged bearish phase साबित हो सकता है, जिसकी तुलना 2008 के global financial crisis के दौर से की जा रही है।

IT सेक्टर की Nifty 50 में औसत हिस्सेदारी 2001 से लेकर अब तक 13.8% रही है, लेकिन मौजूदा गिरावट इसे historic low की तरफ ले जा रही है।

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