Morgan Stanley: सेंसेक्स 2025 तक 1,05,000 के पार? मॉर्गन स्टेनली का बुलिश अनुमान, चेक करें डिटेल्स

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मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, सेंसेक्स दिसंबर 2025 तक 1,05,000 तक पहुंच सकता है। भारतीय बाजार मजबूत रहेगा, जबकि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद फाइनैंशियल, टेक और इंडस्ट्रियल सेक्टर पर बुलिश रुख बरकरार रहेगा।

Morgan Stanley on Market Outlook: दुनियाभर के बाजारों में गिरावट देखने को मिल रही है। जियो-पॉलिटिकल टेंशन और अमेरिका की व्यापार नीतियों का असर ग्लोबल मार्केट पर पड़ रहा है। हालांकि, मॉर्गन स्टेनली का अनुमान है कि भारतीय शेयर बाजार में मजबूती बनी रहेगी। फर्म का मानना है कि बुल-केस में सेंसेक्स दिसंबर 2025 तक 1,05,000 के स्तर को छू सकता है, जो मौजूदा स्तर से 41% अधिक होगा।

सेंसेक्स का संभावित उतार-चढ़ाव

मॉर्गन स्टेनली ने भारतीय बाजार के लिए तीन संभावित परिदृश्य पेश किए हैं:

बुल-केस: सेंसेक्स 2025 के अंत तक 1,05,000 तक जा सकता है।
बेस-केस: सेंसेक्स 93,000 तक पहुंच सकता है, जो मौजूदा स्तर से 25% अधिक होगा।
बियर-केस: अगर बाजार में मंदी आती है, तो सेंसेक्स 70,000 तक गिर सकता है, जो मौजूदा स्तर से 6% नीचे रहेगा।

शेयर बाजार में निवेशकों के लिए अच्छा मौका?

मॉर्गन स्टेनली के इंडिया रिसर्च हेड रिधम देसाई और उनकी टीम ने रिपोर्ट में बताया कि भारतीय इक्विटी बाजार फिलहाल ओवरसोल्ड है। ऐसे में अब निवेशकों को बेहतर स्टॉक्स चुनने का अवसर मिल सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय बाजार की मजबूती के पीछे वैश्विक आर्थिक नीतियां, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दरों में बदलाव और वैश्विक विकास दर अहम भूमिका निभाएंगे।

किन सेक्टर्स और स्टॉक्स पर मॉर्गन स्टेनली बुलिश?

मॉर्गन स्टेनली ने कई सेक्टर्स और कंपनियों पर ओवरवेट रेटिंग दी है।

ओवरवेट सेक्टर्स:
फाइनैंशियल
कंज्यूमर डिस्क्रिशनरी
इंडस्ट्रियल
टेक्नोलॉजी
ओवरवेट स्टॉक्स:
Jubilant FoodWorks
महिंद्रा & महिंद्रा (M&M)
मारुति सुजुकी इंडिया
Trent
बजाज फाइनेंस
ICICI बैंक
टाइटन कंपनी
L&T (लार्सन & टुब्रो)
अल्ट्राटेक सीमेंट
इंफोसिस

भारतीय बाजार पर RBI की नीतियों का असर

मॉर्गन स्टेनली के मुताबिक, भारतीय शेयर बाजार ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की नीतियों को काफी हद तक नजरअंदाज किया है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत दुनिया का सबसे पसंदीदा कंज्यूमर मार्केट बनने की ओर बढ़ रहा है। साथ ही, एनर्जी ट्रांजिशन और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में बढ़त से आर्थिक विकास को समर्थन मिलेगा।

खपत और कैपेक्स बढ़ने से अर्थव्यवस्था को मजबूती

मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि आने वाले वर्षों में भारत की खपत और पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) में सुधार होगा। इनकम टैक्स में संभावित कटौती से शहरी मांग बढ़ेगी, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी उपभोग को समर्थन मिलेगा।

महंगाई दर और वैश्विक जोखिमों पर नजर

- वित्त वर्ष 2025 में हेडलाइन महंगाई दर 4.9% और वित्त वर्ष 2026-27 (FY27) में 4.3% रहने का अनुमान है।
- अमेरिकी व्यापार और टैरिफ नीतियों, डॉलर की मजबूती और फेडरल रिजर्व की नीतियों पर निवेशकों को नजर रखनी होगी।

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