शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी, निवेशकों को मिला 4 लाख करोड़ रुपये का फायदा, जानिए पूरी जानकारी

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शेयर बाजार में जोरदार तेजी से सेंसेक्स 800 अंक उछला, निफ्टी 22,700 के पार। निवेशकों को 4 लाख करोड़ का मुनाफा, एशियाई बाजारों की मजबूती और फेड रिजर्व फैसले पर नजर।

Business: शेयर बाजार में आज जबरदस्त तेजी देखने को मिली, जिससे निवेशकों के चेहरे खिल उठे। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 800 अंकों से अधिक उछल गया, जबकि निफ्टी ने 22,700 के महत्वपूर्ण स्तर को पार कर लिया। इस तेजी का प्रमुख कारण चीन की अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीदों के चलते एशियाई बाजारों में आई मजबूती रही। हालांकि, अमेरिकी टैरिफ बढ़ोतरी, फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों के फैसले और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के कारण बाजार में सतर्कता भी बनी हुई है।

निवेशकों को 4 लाख करोड़ रुपये का लाभ

सेंसेक्स ने 800 अंकों की बढ़त के साथ 74,997 का स्तर छू लिया, जबकि निफ्टी 233 अंकों की छलांग लगाकर 22,736 के स्तर पर पहुंच गया। इस तेजी से बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 4.03 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 397.20 लाख करोड़ रुपये हो गया। इस उछाल में ICICI बैंक, एक्सिस बैंक, M&M, जोमैटो और टाटा मोटर्स जैसे प्रमुख शेयरों ने अहम योगदान दिया।

फेडरल रिजर्व के फैसले पर टिकी निगाहें

बुधवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक में ब्याज दरों को लेकर निर्णय लिया जाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं होगा, लेकिन निवेशक भविष्य में संभावित कटौती, आर्थिक विकास और मुद्रास्फीति से संबंधित अनुमान पर करीबी नजर बनाए हुए हैं।

वैश्विक बाजारों से सकारात्मक संकेत

हांगकांग के शेयर बाजार में 2% की तेजी दर्ज की गई, जो पिछले तीन वर्षों में सबसे बड़ा उछाल है। चीन की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए हाल ही में लागू की गई नीतियों और उपभोक्ता खर्च को प्रोत्साहित करने वाले उपायों ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है। इसका सकारात्मक प्रभाव अन्य एशियाई बाजारों और भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा है।

भारतीय रुपये में मामूली मजबूती

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया आज 0.04% की बढ़त के साथ 86.7625 के स्तर पर खुला, जबकि पिछले सत्र में यह 86.80 पर बंद हुआ था। वहीं, अमेरिकी डॉलर अन्य प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले पांच महीने के निचले स्तर पर बना हुआ है, जिससे भारतीय रुपये को थोड़ी मजबूती मिली है।

क्रूड ऑयल की कीमतों में स्थिरता

वैश्विक आर्थिक चिंताओं के बीच कच्चे तेल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। अमेरिकी टैरिफ नीतियों की अनिश्चितता और रूस-यूक्रेन संघर्ष को लेकर जारी शांति वार्ता मध्य पूर्व में अस्थिरता को बढ़ा सकती है, जिसका असर तेल आपूर्ति पर पड़ सकता है। ब्रेंट क्रूड वायदा 0.14% बढ़कर 71.17 डॉलर प्रति बैरल हो गया है।

FII और DII का निवेश रुझान

विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) लगातार बिकवाली कर रहे हैं और अब तक 4,488 करोड़ रुपये की इक्विटी बेच चुके हैं। दूसरी ओर, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने बाजार को समर्थन दिया है और 6,000 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीद चुके हैं।

अस्वीकरण: निवेश से संबंधित कोई भी निर्णय लेने से पहले प्रमाणित वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।

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