ईटी ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार, टाटा ग्रुप ने कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग के अधिकारियों को IPO प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने टाटा कैपिटल को अपर लेयर एनबीएफसी के रूप में वर्गीकृत किया है।
Tata Capital IPO: टाटा ग्रुप अपनी गैर-बैंकिंग वित्तीय सेवा कंपनी Tata Capital का आईपीओ (Initial Public Offering) लॉन्च करने की योजना बना रहा है। इस आईपीओ के माध्यम से ग्रुप करीब 2 बिलियन डॉलर जुटाने का इरादा रखता है। टाटा कैपिटल का आईपीओ 2025 के मध्य तक भारतीय बाजार में आ सकता है। इसके लिए टाटा ग्रुप ने कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग को सलाहकार के रूप में नियुक्त किया है। साथ ही, जनवरी 2025 तक अन्य बैंकों को भी इस प्रक्रिया में जोड़ा जा सकता है।
RBI की नई घोषणा
टाटा कैपिटल को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने "Upper-layer NBFC" के रूप में वर्गीकृत किया है। इस वर्गीकरण के तहत कंपनी को सितंबर 2025 तक अपनी शेयरों की लिस्टिंग करनी होगी। यह कदम कंपनी के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, क्योंकि इससे निवेशकों को नए अवसर मिल सकते हैं।
टाटा कैपिटल का आईपीओ
अगर यह आईपीओ सफलतापूर्वक लॉन्च होता है, तो यह टाटा ग्रुप का लगभग दो दशकों बाद दूसरा आईपीओ होगा। इससे पहले, 2004 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) का आईपीओ हुआ था, जो अब भारतीय शेयर बाजार में सबसे बड़ा नाम बन चुका है। पिछले साल टाटा टेक्नोलॉजीज का आईपीओ भी सफल रहा था, और अब टाटा कैपिटल का आईपीओ टाटा ग्रुप के लिए एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है।
ग्रे मार्केट में टाटा कैपिटल के शेयरों का रेट तेजी से बढ़ा
टाटा कैपिटल के गैर-सूचीबद्ध शेयरों की कीमत में पिछले साल से अब तक काफी वृद्धि देखी गई है। दिसंबर 2023 में जहां इनका मूल्य 450 रुपये था, वही अब अप्रैल 2024 तक यह 1,100 रुपये तक पहुंच चुका है। इस समय ये शेयर लगभग 900 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहे हैं, और इस कीमत पर कंपनी का कुल मूल्यांकन 3.5 लाख करोड़ रुपये के करीब हो सकता है।
(अस्वीकरण- यह लेख ब्रोकिंग कंपनियों और निवेश विशेषज्ञों द्वारा दी गई जानकारी पर आधारित है, और यह किसी विशेष निवेश सलाह का प्रतिनिधित्व नहीं करता। निवेश से संबंधित निर्णय लेने से पहले कृपया एक प्रमाणित विशेषज्ञ से सलाह लें।)