सावन माह में पहली बार करने जा रहे हैं कांवड़ यात्रा, जानिये क्या क्या चाहिए होगी सामग्रियां

सावन माह में पहली बार करने जा रहे हैं कांवड़ यात्रा, जानिये क्या क्या चाहिए होगी सामग्रियां
Last Updated: 30 जुलाई 2024

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल सावन का महीना 22 जुलाई, सोमवार से शुरू हो रहा है। इसी दिन से कांवड़ यात्रा भी आरंभ हो रही है। सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को शुभ परिणाम प्राप्त हो सकते हैं और उनकी कृपा बनी रहती है। शिव भक्तों के लिए सावन का महीना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इसे किसी चमत्कार से कम नहीं माना जाता। यदि आप भी भगवान शिव की कृपा पाना चाहते हैं, तो सावन के महीने में कांवड़ यात्रा करना उत्तम माना जाता है। कांवड़ यात्रा से संबंधित कई कथाएं प्रचलित हैं, जिनमें श्रवण कुमार, प्रभु राम, परशुराम और रावण की कांवड़ यात्रा का उल्लेख मिलता है। 

ऐसा माना जाता है कि कांवड़ यात्रा की शुरुआत सबसे पहले त्रेता युग में श्रवण कुमार ने की थी। कहानी के अनुसार, श्रवण कुमार अपने दृष्टिहीन माता-पिता को तीर्थ यात्रा पर लेकर जा रहे थे और जब वे हिमाचल प्रदेश के ऊना में थे, तब उनके माता-पिता ने हरिद्वार में गंगा स्नान की इच्छा प्रकट की। इस इच्छा को पूरा करने के लिए श्रवण कुमार ने उन्हें कांवड़ में बैठाकर हरिद्वार ले जाकर गंगा स्नान कराया और वहां से गंगाजल भी अपने साथ लाए। इस प्रकार कांवड़ यात्रा की परंपरा की शुरुआत हुई।

कांवड़ यात्रा के लिए आवश्यक सामग्री क्या है?

कांवड़ यात्रा के लिए आवश्यक सामग्री के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।

- लकड़ी से बनी कांवड़

- भगवान शिव की तस्वीर, कांवड़ को सजाने के लिए श्रृंगार सामग्री

- गंगाजल या नदी का जल भरने के लिए बर्तन या पात्र

- कांवड़ यात्रियों के लिए गेरुआ वस्त्र

- कुछ आवश्यक दवाएं और पट्टी आदि।

Leave a comment