Chicago

बड़ा मंगल 2025: क्यों केवल ज्येष्ठ मास में ही आता है बुढ़वा मंगल? जानिए मंगलवार के उपाय

🎧 Listen in Audio
0:00

भारतवर्ष में धार्मिक परंपराएं और पर्वों का विशेष महत्व होता है। इन्हीं में से एक अत्यंत पावन पर्व है "बड़ा मंगल", जिसे विशेष रूप से उत्तर भारत, विशेषकर उत्तर प्रदेश में बड़े उत्साह से मनाया जाता है। यह पर्व हनुमान जी को समर्पित होता है और इसे विशेष रूप से ज्येष्ठ मास के प्रत्येक मंगलवार को मनाया जाता है। यही कारण है कि इसे ‘बड़ा मंगल’ या ‘बुढ़वा मंगल’ कहा जाता है।

ज्येष्ठ माह और मंगलवार का विशेष संयोग

ज्येष्ठ मास, हिंदू पंचांग का तीसरा महीना होता है और इसे अत्यंत तप और साधना का समय माना गया है। इस महीने में गर्मी अपने चरम पर होती है, ऐसे में पवित्र नदियों में स्नान और व्रत-उपवास का विशेष महत्व होता है। इस मास के मंगलवार को ही हनुमान जी की कुछ विशेष कथाएं जुड़ी हुई हैं, जो इसे अन्य मंगलवारों से अलग बनाती हैं।

क्यों मनाया जाता है ज्येष्ठ माह में ही बड़ा मंगल?

बड़ा मंगल को लेकर कई पौराणिक मान्यताएं प्रचलित हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख कथाएं इस प्रकार हैं:

  1. भगवान राम और हनुमान जी की पहली भेंट: रामायण के अनुसार, जब भगवान राम माता सीता की खोज में लक्ष्मण के साथ वन-वन भटक रहे थे, तब उनकी पहली भेंट हनुमान जी से हुई थी। यह भेंट ज्येष्ठ माह के एक मंगलवार को हुई थी। हनुमान जी ने ब्राह्मण का वेश धारण कर प्रभु राम की सहायता की थी। उसी दिन से यह तिथि अत्यंत पावन मानी जाती है।
  2. भीम और हनुमान की पूंछ वाली कथा: महाभारत में वर्णित एक कथा के अनुसार, जब पांडव वनवास में थे, तब एक बार भीम वन में जा रहे थे और रास्ते में उन्हें एक वृद्ध वानर मिला जिसकी पूंछ रास्ते में पड़ी थी। भीम ने उससे पूंछ हटाने को कहा। वानर ने कहा कि आप स्वयं हटा लें। भीम ने कई प्रयास किए लेकिन वे पूंछ को हिला भी नहीं सके। बाद में वृद्ध वानर ने अपना वास्तविक रूप प्रकट किया — वे स्वयं हनुमान जी थे। यह घटना भी ज्येष्ठ माह के मंगलवार को मानी जाती है, इसीलिए इसे 'बुढ़वा मंगल' भी कहा जाता है।
  3. लंका दहन की घटना: रामायण की एक और महत्वपूर्ण घटना ज्येष्ठ माह से जुड़ी हुई मानी जाती है। यह माना जाता है कि ज्येष्ठ माह के ही एक मंगलवार को रावण ने हनुमान जी की पूंछ में आग लगाने का आदेश दिया था। हनुमान जी ने उसी आग से पूरी लंका को जला दिया था। यह दिन उनकी विजय और शक्ति का प्रतीक बन गया।
  4. अमरत्व का वरदान: मान्यताओं के अनुसार, इसी महीने के मंगलवार को हनुमान जी को चिरंजीवी होने का वरदान प्राप्त हुआ था। वे आज भी धरती पर जीवित हैं और अपने भक्तों की सहायता करते हैं। यही कारण है कि ज्येष्ठ मास के मंगलवार को 'बड़ा मंगल' कहा जाता है।

बड़ा मंगल की परंपराएं

बड़ा मंगल के दिन हनुमान मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। लखनऊ जैसे शहरों में यह दिन एक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। जगह-जगह हनुमान जी की झांकियां सजाई जाती हैं, भंडारे होते हैं, और भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। लोग इस दिन व्रत रखते हैं और हनुमान चालीसा, सुंदरकांड आदि का पाठ करते हैं।

मंगलवार के दिन किए जाने वाले विशेष उपाय

बड़ा मंगल के अवसर पर या किसी भी मंगलवार को यदि आप कुछ विशेष उपाय करें तो आपके जीवन की नकारात्मकता दूर हो सकती है और सुख-समृद्धि का आगमन हो सकता है। आइए जानते हैं कुछ प्रभावी उपाय:

  • उपाय 1: मिट्टी का बर्तन और शहद: एक छोटा सा मिट्टी का बर्तन लें और उसमें शुद्ध शहद भरें। उस पर ढक्कन लगाएं और इसे मंगलवार को किसी हनुमान मंदिर में रख दें। यह उपाय आपके घर को बुरी नजर और नकारात्मकता से बचाता है और सुख-शांति बनाए रखता है।
  • उपाय 2: मौली और सिंदूर का प्रयोग: अगर आपके कार्यों में बार-बार बाधाएं आ रही हैं, तो मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाएं। वहां एक मौली (कलावा) भगवान के चरणों में रखें और चरणों से सिंदूर लेकर माथे पर तिलक लगाएं। अब मौली का एक हिस्सा अपनी कलाई पर बांध लें और शेष वहीं छोड़ दें। इससे कार्य में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
  • उपाय 3: बच्चों का डर दूर करने के लिए: अगर आपका बच्चा रात में डरता है या अजनबियों से मिलने में संकोच करता है, तो मंगलवार को भगवान हनुमान को केसरिया सिंदूर चढ़ाएं और वही सिंदूर बच्चे के माथे पर लगाएं। यह उपाय भय को दूर करता है और आत्मबल को बढ़ाता है।
  • उपाय 4: सूर्य को जल अर्पण: स्नान के बाद एक लोटे जल में लाल कनेर का फूल डालें और सूर्य को अर्घ्य दें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है और आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है। यदि कनेर का फूल न मिले तो कुछ चावल के दाने भी प्रयोग किए जा सकते हैं।
  • उपाय 5: चमेली की माला अर्पित करें: हनुमान जी को चमेली का फूल अत्यंत प्रिय है। मंगलवार को चमेली के फूलों की माला बनाकर उन्हें अर्पित करें और धूपबत्ती जलाएं। यह उपाय परिवार में खुशहाली बनाए रखने के लिए अत्यंत लाभकारी है।

हनुमान जी की कृपा पाने के अन्य सरल उपाय

  • मंगलवार को लाल वस्त्र पहनें और हनुमान मंदिर जाएं।
  • हनुमान चालीसा या बजरंग बाण का पाठ करें।
  • बूंदी के लड्डू या चने-गुड़ का भोग लगाएं।
  • किसी जरूरतमंद को भोजन या लाल वस्त्र का दान करें।

बड़ा मंगल न केवल एक धार्मिक पर्व है, बल्कि यह श्रद्धा और आस्था का पर्व भी है। ज्येष्ठ माह में यह पर्व भक्तों को भगवान हनुमान की कृपा पाने का एक विशेष अवसर प्रदान करता है। यह पर्व हमें अहंकार को त्यागने, सेवा की भावना रखने और जीवन में धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। अगर आप इन मंगलवार के उपायों को श्रद्धा और विश्वास के साथ करें, तो आपके जीवन की अनेक समस्याएं स्वतः दूर हो सकती हैं।

इस बार 2025 में पहला बड़ा मंगल 13 मई को पड़ रहा है। आइए, इस शुभ अवसर पर हनुमान जी की पूजा-अर्चना कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त करें और अपने जीवन को सुख-समृद्धि से भर दें।

Leave a comment