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पीपल के पेड़ से जुड़ी ये गलतियां दे सकती हैं पितृ दोष, धन हानि और पारिवारिक संकट

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सनातन धर्म में पीपल का वृक्ष अत्यंत पूजनीय माना जाता है। इसे त्रिदेव - ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास स्थल कहा गया है। शास्त्रों के अनुसार, पीपल की पूजा करने से पितरों की कृपा मिलती है और शनि दोष से भी राहत मिलती है। धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, वैज्ञानिक रूप से भी पीपल का वृक्ष अत्यधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह दिन-रात ऑक्सीजन प्रदान करता है।

लेकिन अगर पीपल के पेड़ से जुड़ी कुछ गलतियां हो जाएं, तो इसका दुष्प्रभाव जीवन पर पड़ सकता है। ज्योतिष शास्त्र में इसे पितृ दोष का कारण माना गया है, जिससे आर्थिक हानि, संतान संबंधी परेशानियां और पारिवारिक संकट उत्पन्न हो सकते हैं।

कैसे पीपल के पेड़ से पितृ दोष उत्पन्न होता है?

ज्योतिषाचार्य पंडित वीरेंद्र शुक्ला के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति ने अपने पूर्व जन्म में पीपल, बरगद या किसी अन्य पूज्यनीय वृक्ष को काटा हो, तो वर्तमान जन्म में उसकी कुंडली के नवम भाव पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। नवम भाव को धर्म, भाग्य और पूर्वजों से जोड़ा जाता है। इसके दूषित होने से व्यक्ति को पितृ दोष के लक्षणों का सामना करना पड़ता है।

पितृ दोष के कारण उत्पन्न होने वाली समस्याएं

1. संतान संबंधी बाधाएं – पितृ दोष का असर संतान भाव पर पड़ता है, जिससे संतान प्राप्ति में विलंब या संतान के जीवन में कठिनाइयां आ सकती हैं।
2. शिक्षा में बाधा – बच्चों की पढ़ाई में रुकावटें आती हैं, वे पढ़ाई में पिछड़ने लगते हैं।
3. विवाह में देरी – संतान के विवाह में अनेक अड़चनें आती हैं, योग्य साथी मिलने में परेशानी होती है।
4. वंश वृद्धि में रुकावट – परिवार की वंश वृद्धि प्रभावित होती है और पीढ़ियों तक इसके दुष्प्रभाव देखे जा सकते हैं।
5. आर्थिक संकट – यदि पीपल के वृक्ष की छाया घर पर पड़ती है, तो परिवार को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
6. बुजुर्गों की परेशानी – घर के वरिष्ठ सदस्य मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान रहने लगते हैं।

कब पीपल का पेड़ देता है अशुभ फल?

• यदि पीपल का वृक्ष घर से 100 मीटर के भीतर हो और उसकी छाया मकान पर पड़ती हो, तो यह आर्थिक और मानसिक कष्टों का कारण बन सकता है।
• यदि पीपल का पेड़ घर के मुख्य द्वार के बीचों-बीच हो, तो इसे नकारात्मक प्रभावों वाला माना जाता है।
• यदि यह संपत्ति के ठीक मध्य में हो, तो वहां रहने वालों को कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

अशुभ प्रभाव से बचने के उपाय

पीपल के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए इसे कटवाने की गलती न करें, क्योंकि यह पितृ दोष को बढ़ा सकता है। यदि पीपल का पेड़ आपकी संपत्ति पर है और वह वास्तु दोष उत्पन्न कर रहा है, तो सबसे अच्छा उपाय है कि आप वह संपत्ति छोड़ दें। इसके अलावा, नियमित रूप से पीपल के वृक्ष की पूजा करें, जल अर्पित करें और दीपक जलाएं ताकि इसके दुष्प्रभाव कम हो सकें।

पीपल का वृक्ष जितना शुभ होता है, उतना ही गलत व्यवहार करने पर अशुभ फल भी दे सकता है। यदि आप इसकी पूजा-उपासना करते हैं, तो यह पितरों की कृपा दिलाता है, लेकिन यदि इसे कटवाते हैं या अनादर करते हैं, तो यह पितृ दोष और जीवन में अनेक बाधाओं का कारण बन सकता है।

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