बहुत काम के हैं ये सिद्ध एवं चमत्कारी टोटके, ग्रह-नक्षत्रों की बुरी दशा और जीवन के संकट सभी में होगा फायदा
यदि आप ग्रहों की स्थिति के कारण चुनौतीपूर्ण समय का सामना कर रहे हैं, तो आप इन उपायों और प्रथाओं के माध्यम से जीवन की बाधाओं को दूर कर सकते हैं। हालाँकि इनके समर्थन में कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हो सकता है, लेकिन ये प्राचीन काल से ही समाज में प्रचलित हैं और अनुभवात्मक रूप से प्रभावी माने जाते हैं। ऐसे उपचारों का चयन करना आवश्यक है जो दूसरों को नुकसान न पहुँचाएँ बल्कि स्वयं को लाभ पहुँचाएँ। ध्यान रखें कि दूसरों की भलाई के उद्देश्य से किए गए कार्यों को पुण्य माना जाता है, और उनके सकारात्मक परिणाम जीवन में बाद में महसूस होते हैं। प्रत्येक समस्या का एक समाधान होता है; आपको बस उन्हें खोजने और अपने जीवन में लागू करने की आवश्यकता है। इन उपायों का सही ढंग से पालन करके, आप किसी भी शेष समस्या को खत्म कर सकते हैं, जिससे जीवन में समृद्धि और प्रचुरता आएगी। तो, इन उपायों को जानते हैं और इन्हे अपने जीवन में अपनाने के फायदों के बारें में जानते हैं!
*. शनि की दृष्टि के नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए:
शनिवार की सुबह एक मुट्ठी उड़द की दाल अपने सिर के चारों ओर घड़ी की विपरीत दिशा में तीन बार घुमाएं और कौवों को खिला दें।
*. शनि की कृपा पाने के लिए:
शनिवार के दिन, भिक्षा मांगने वाले किसी व्यक्ति से चमड़े का जूता (आठ आकार का) मांगें और उसे देने से पहले 'ओम सूर्य पुत्राय नम:' का आठ बार जाप करें।
*. ऊपरी बाधाओं से बचने के लिए:
शुक्रवार के दिन काले घोड़े को काले चने खिलाएं और शनिवार के दिन अपने घर के प्रवेश द्वार पर यू आकार में घोड़े की नाल लगाएं।
*. धन-समृद्धि प्राप्ति के लिए:
शुक्रवार के दिन किसी अंध विद्यालय में 27 दृष्टिहीन बच्चों को संतरे खिलाएं।
*. बच्चों में बेहतर शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए:
किसी अंधे बच्चे या लड़की को अपना बेटा या बेटी मानें और किताबें, कपड़े और फीस दान करके उनका समर्थन करें।
*. बुरी नजर से बचने के लिए:
शनिवार के दिन किसी बीमार व्यक्ति के शरीर पर सात बार नींबू को उल्टी दिशा में घुमाएं, फिर नींबू को आधा काटकर शाम के समय दक्षिण दिशा में फेंक दें।
*. ऊपरी स्तर की आत्मा संबंधी गड़बड़ी को खत्म करने के लिए:
तीन शनिवार को 1-1/4 किलोग्राम बाजरा लेकर दलिया बनायें। एक लोटे में गुड़ भरकर किसी चौराहे पर सिर से पैर तक नंगे पैर चलकर दक्षिण दिशा में रख दें। बिना पीछे देखे या बोले घर लौट आएं।
*. शनि की ढैय्या या साढ़ेसाती से राहत के लिए:
शुक्रवार की रात को 1-1/4 किलोग्राम काले चने पानी में भिगो दें। शनिवार की सुबह इसे काले घोड़े को खिला दें और रात को इसे एक गुलाब जामुन और एक लौंग के साथ पानी से भरे मिट्टी के बर्तन में रख दें।
*. जोड़ों के दर्द और वायु संबंधी समस्याओं को कम करने के लिए:
शनिवार के दिन सरसों के तेल में 1-1/4 किलोग्राम आलू और बैंगन की सब्जी बनाएं. - इतनी ही पूरियां सरसों के तेल में तैयार कर लीजिए. रविवार के दिन यह भोजन किसी अंधे और गरीब व्यक्ति को खिलाएं।
*. शनि की कृपा पाने के लिए:
शनिवार के दिन 27 किलोग्राम गुलाब जामुन को फूल के आकार की लौंग के साथ यमुना नदी में प्रवाहित करें।
*. मनचाही नौकरी में स्थानांतरण के लिए:
तांबे के बर्तन में लगातार 22 दिनों तक काली मिर्च के बीज डालें और रोज सुबह सूर्य की ओर मुंह करके उस पर जल डालें।
*. बीमारियों को ठीक करने के लिए:
पानी से भरे नारियल को बीमार व्यक्ति के ऊपर से सूर्य की ओर और रोगी से दूर सात बार उल्टा घुमाएं, फिर उनके सामने ही इसे तोड़ दें।
ये सभी सांस्कृतिक और पारंपरिक प्रथाएं हैं, और उनकी प्रभावशीलता व्यक्तिपरक है। ऐसी मान्यताओं पर खुले दिमाग और व्यक्तिगत विवेक से विचार करने की सलाह दी जाती है। इन्हे यदि व्यक्ति अपने जीवन में उतारता है तो उसे बहुत से फायदे देखने को मिल जाते हैं |
*. सौंदर्य बढ़ाने के लिए
रोजाना सुबह उठकर ताजगी से बनी हुई देसी घी को नाभि में मालिश करें। इससे चेहरा चमकदार और सौंदर्यमय बनता है।
*. नैतिकता बढ़ाने के लिए
बुधवार के दिन सोमवार की तारीख से गाय के दूध में गुड़ और मिश्री मिलाकर पीने से नैतिकता में वृद्धि होती है।
*. स्वास्थ्य सुधारने के लिए
रोजाना सुबह उठकर ताजगी से बनी हुई देसी घी को नाभि में मालिश करें। इससे स्वास्थ्य में सुधार होती है और शरीर में ऊर्जा का संचार होता है।
*. नए संबंध बनाने के लिए
शुक्रवार की रात को चाँदी के ग्लास में दूध पीने से नए संबंध बनते हैं और माहौल में मिठास बनी रहती है।
*. नेतृत्व कौशल में सुधार के लिए
सोमवार की रात को चंदन की माला को गुड़ और शहद के साथ पहनकर चंदन लगाएं। इससे आत्मविश्वास बढ़ता है और नेतृत्व कौशल में सुधार होता है।
*. विद्या में सफलता प्राप्ति के लिए
बुधवार को उस विषय की पुस्तक को खोलकर देखें जिसमें आप अध्ययन कर रहे हैं। इससे विद्या में सफलता मिलती है और ज्ञान में वृद्धि होती है।
*. संबंध में मित्रता बढ़ाने के लिए
शुक्रवार को खासकर सूर्यास्त के समय, अद्भुत दृश्य को देखने से दिल में भाईचारा बढ़ता है और संबंधों में मित्रता में सुधार होता है।
*. कार्य में सफलता प्राप्ति के लिए
बुधवार को गुड़ के साथ सात बार 'ऊँ बुधाय नम:' मंत्र का जाप करके कार्य क्षेत्र में सफलता हासिल की जा सकती है।
*. साहित्य में श्रेष्ठता हासिल करने के लिए
गुरुवार को सूर्यास्त के समय, एक श्रृंगारिक काव्य को पढ़ने से साहित्य में श्रेष्ठता हासिल होती है और लेखक को नई ऊर्जा मिलती है।
*. आत्मा की शान्ति प्राप्ति हेतु
रविवार को सुबह उठकर एक अच्छी कविता को शांति और आत्मा की ऊर्जा के लिए पढ़ें। इससे मानसिक शांति मिलती है और आत्मा को शांति का अहसास होता है।
*. परिवार में सुख-शांति हेतु
मंगलवार की रात को और खासकर चंद्रमा के उगम समय, परिवार के सभी सदस्यों को एक साथ मिलकर विचार-विमर्श करने से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
नोट: ऊपर दी गई सारी जानकारियां पब्लिक्ली उपलब्ध जानकारियों और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित है, subkuz.com इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता.किसी भी नुस्खे के प्रयोग से पहले subkuz.com विशेषज्ञ से परामर्श लेने की सलाह देता है।