एकादशी व्रत का महत्व केवल उपवास तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक साधना भी है। इस दिन तुलसी की लकड़ी से दीप प्रज्वलित करना अत्यंत शुभ माना जाता है, जिससे भाग्य का द्वार खुलता है और भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। आइए जानते हैं इस दिव्य दीपक जलाने की विधि और इसके चमत्कारी लाभ।
तुलसी की लकड़ी से जलाएं दीपक, होगा अखंड पुण्य
सनातन धर्म में तुलसी का विशेष स्थान है। मान्यता है कि तुलसी की लकड़ी से दीप जलाने से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है। इसके लिए
• तुलसी की सूखी लकड़ी लें और उस पर रुई या कलावे की बाती लपेटें।
• घी का दीपक जलाकर श्री हरि विष्णु के समक्ष रखें।
• यदि प्रतिदिन संभव न हो, तो कम से कम एकादशी पर यह दीपक अवश्य जलाएं।
एकादशी पर तुलसी दीपक जलाने का शुभ समय
यदि आप एकादशी व्रत में पूजा के दौरान या व्रत कथा सुनते समय तुलसी की लकड़ी से दीप जलाते हैं, तो इसका पुण्य हजार गुना बढ़ जाता है। यह न केवल व्रत को पूर्ण फल देने वाला होता है, बल्कि आपके जीवन की बाधाओं को भी दूर करता है।
तुलसी दीया जलाने के अद्भुत लाभ
• एक तुलसी दीप जलाने का पुण्य दस हजार दीप जलाने के समान होता है।
• घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और सकारात्मकता बढ़ती है।
• घर में कलह-क्लेश दूर होता है और सुख-शांति का वास होता है।
• श्री हरि की कृपा से जीवन में आर्थिक और मानसिक समृद्धि आती है।
भगवान विष्णु होते हैं प्रसन्न
शास्त्रों के अनुसार, तुलसी माता भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय हैं। एकादशी पर तुलसी की लकड़ी से दीप जलाने से श्री हरि शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों को मनोवांछित फल प्रदान करते हैं।