नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मंगलवार, 17 जून 2025 को पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए एनडीए सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला।
पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर एनडीए सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी ने खासतौर पर सरकार की 'परिवारवाद विरोधी' बातों पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार में आयोगों को ससुराल आधारित 'सेटिंग व्यवस्था' में बदल दिया गया है।
पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी यादव ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, हमने पहले भी कहा था कि विशेष आयोग बना दीजिए — जमाई आयोग, जीजा आयोग, और अब तो मेहरारू आयोग भी बना दीजिए। ऐसा लगेगा कि बिहार में शासन नहीं, सगाई समारोह चल रहा है।
'परिवारवाद' पर NDA का दोहरा चरित्र?
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री मोदी के परिवारवाद पर दिए गए बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें पहले अपने गठबंधन की हालत देखनी चाहिए। तेजस्वी का सीधा इशारा हाल ही में बाल संरक्षण आयोग, मछुआरा आयोग, अल्पसंख्यक आयोग और सवर्ण आयोग में नेताओं के रिश्तेदारों को नियुक्त करने की ओर था। उन्होंने आरोप लगाया कि—
- चिराग पासवान के बहनोई को आयोग में जगह मिली है,
- जीतन राम मांझी के दामाद को भी एडजस्ट किया गया,
- एक सांसद के पति तक को पद दे दिया गया है,
- और यहां तक कि अफसर भी अपनी धर्मपत्नी को फिट करने में लगे हैं।
- तेजस्वी ने यह भी दावा किया कि “आरएसएस कोटा” से भी लोग नियुक्त किए जा रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया,
- मुख्यमंत्री से जानना चाहते हैं कि कितने मंत्री आरएसएस कोटे से हैं? क्या ये लोकतंत्र है या किसी संगठन का विस्तार कार्यालय?
‘मोदी आएं लेकिन सवालों का जवाब दें’
तेजस्वी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को बिहार आने से किसी को आपत्ति नहीं, लेकिन जब वे आते हैं, तो "गाली देकर चले जाते हैं"। उन्होंने सवाल उठाया कि पिछले 11 सालों में मोदी सरकार ने बिहार को क्या दिया? चीनी मिलों का क्या हुआ? एक भी मिल दोबारा शुरू नहीं करवा पाए। युवाओं को रोज़गार नहीं मिला, महंगाई पर कोई राहत नहीं दी गई, और विकास सिर्फ घोषणाओं में सीमित रह गया।
बिहार को मिले 6 नए एयरपोर्ट, तेजस्वी ने फिर उठाया सवाल
हाल ही में कैबिनेट की बैठक में 6 नए छोटे एयरपोर्ट्स के विकास को मंज़ूरी दी गई है। इस पर तेजस्वी यादव ने कहा कि यह सब 2015 की सरकार में ही तय हो गया था। केवल हवाई पट्टी बना देने से हवाई चप्पल वाला हवाई जहाज़ में नहीं चढ़ेगा। टिकट के दाम आसमान छू रहे हैं। प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए कि उड़ान योजना के वादों का क्या हुआ?
उन्होंने यह भी कहा कि केवल बुनियादी ढांचा बना देने से सामाजिक और आर्थिक विकास नहीं होता, जब तक रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर सरकार ठोस कदम न उठाए।
निशांत कुमार की एंट्री पर बोले तेजस्वी – लोकतंत्र है, स्वागत है
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार की राजनीति में संभावित एंट्री को लेकर पूछे गए सवाल पर तेजस्वी यादव ने तंज के बजाय संयमित जवाब दिया। लोकतंत्र है, जो भी आना चाहे आ सकता है। लेकिन सवाल यह है कि जनता के बीच जाकर कौन काम करता है, और कौन सिर्फ नाम के सहारे राजनीति करना चाहता है।