2024 का विश्व धरोहर सप्ताह 19 से 24 नवंबर तक मध्य प्रदेश के राज्य संग्रहालय, भोपाल में विशेष रूप से मनाया जाएगा। इस दौरान सांस्कृतिक और साहित्यिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित की जाएगी, जिसका उद्देश्य भारतीय धरोहर को संरक्षित करने और इसके महत्व को आम लोगों तक पहुंचाने का है। इस सप्ताह में व्याख्यान, चित्रकला प्रतियोगिता, सांस्कृतिक नृत्य और छाया चित्र प्रदर्शनी जैसे कार्यक्रम होंगे, जो भारतीय संस्कृति और कला के विविध पहलुओं को उजागर करेंगे।
यह आयोजन न केवल धरोहर के संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए है, बल्कि यह हम सभी को हमारी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के प्रति गर्व और सम्मान का अहसास भी कराएगा।
कार्यक्रमों का विवरण
इस सप्ताह के दौरान भोपाल के राज्य संग्रहालय में बहुपरक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इसमें व्याख्यान, प्रदर्शनी, चित्रकला प्रतियोगिता, सांस्कृतिक नृत्य, और अन्य रोचक प्रतियोगिताएं शामिल हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य भारतीय प्राचीन धरोहर और ऐतिहासिक स्थलों को नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत करना है।
व्याख्यान धरोहर का महत्व और संरक्षण
19 नवंबर को विश्व धरोहर सप्ताह के पहले दिन विशेष व्याख्यान का आयोजन किया जाएगा। इस व्याख्यान का विषय होगा “विश्व विरासत: हमारे अनमोल खजाने।” इसमें देश-विदेश की धरोहर से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की जाएगी, जो हमारे इतिहास, संस्कृति और सभ्यता को दर्शाते हैं। पुरातत्व विशेषज्ञ डॉ. राजेंद्र यादव और डॉ. सीएस सक्सेना इस विषय पर अपने विचार साझा करेंगे और भारतीय धरोहर के संरक्षण और समृद्धि पर प्रकाश डालेंगे।
यह व्याख्यान सभी उम्र के लोगों के लिए खुला रहेगा, खासकर उन लोगों के लिए जो हमारी धरोहर के महत्व और संरक्षण पर गहरी रुचि रखते हैं। इसके माध्यम से जनता को हमारी संस्कृति, इतिहास और धरोहर से जुड़ी नई जानकारी मिलेगी।
छाया चित्र प्रदर्शनी और चित्रकला प्रतियोगिता
इस सप्ताह के दौरान, संग्रहालय में भारतीय प्राचीन स्मारकों और सांस्कृतिक धरोहर पर आधारित छाया चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इस प्रदर्शनी में भारतीय स्मारकों और ऐतिहासिक स्थलों की दुर्लभ और खूबसूरत तस्वीरें प्रस्तुत की जाएंगी, जो न केवल दर्शकों को आकर्षित करेंगी बल्कि उन्हें हमारे ऐतिहासिक धरोहर से जोड़ने का भी काम करेंगी। प्रदर्शनी का उद्घाटन 19 नवंबर को होगा और यह 24 नवंबर तक संग्रहालय में प्रदर्शित रहेगी।
इसके अलावा, चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें स्कूलों, कॉलेजों और कला प्रेमियों को अपनी कला के माध्यम से भारतीय धरोहर की महत्ता को उजागर करने का अवसर मिलेगा। यह प्रतियोगिता विशेष रूप से युवाओं के लिए एक शानदार अवसर है, जिसमें वे अपनी कलात्मक दृष्टि से धरोहर के विभिन्न पहलुओं को प्रस्तुत कर सकते हैं।
सांस्कृतिक लोक नृत्य और अन्य कार्यक्रम
इस सप्ताह के दौरान, विभिन्न सांस्कृतिक नृत्य और लोक कला कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिनमें विभिन्न भारतीय राज्यों की पारंपरिक नृत्य शैलियां प्रस्तुत की जाएंगी। यह कार्यक्रम दर्शकों को भारतीय संस्कृति की विविधता और समृद्धि से परिचित कराएंगे।
प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता और धरोहर यात्रा
युवाओं और विद्यार्थियों के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा। इस प्रतियोगिता के माध्यम से वे भारतीय धरोहर के बारे में अपने ज्ञान को परख सकते हैं और साथ ही अपने साथियों के साथ प्रतिस्पर्धा का आनंद भी ले सकते हैं। यह प्रतियोगिता विद्यार्थियों में धरोहर के प्रति जागरूकता और रुचि पैदा करने का एक बेहतरीन तरीका है।
साथ ही, विरासत यात्रा कार्यक्रम के तहत संग्रहालय के क्यूरेटर और विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न ऐतिहासिक स्थलों की सैर कराई जाएगी, ताकि लोग हमारे धरोहर स्थलों का प्रत्यक्ष अनुभव कर सकें और उनकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्वता को समझ सकें।
कार्यक्रमों का उद्देश्य
विश्व धरोहर सप्ताह का आयोजन मुख्य रूप से हमारे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया है। यह कार्यक्रम भारतीय संस्कृति और इतिहास को आम जनता तक पहुंचाने का एक प्रयास है। इसके माध्यम से लोग हमारी धरोहर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करेंगे, जो उन्हें न केवल हमारे इतिहास को समझने में मदद करेगी, बल्कि यह उन्हें अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने के लिए प्रेरित भी करेगी। यह सप्ताह न केवल मध्य प्रदेश के निवासियों के लिए, बल्कि देशभर के उन लोगों के लिए भी एक सुनहरा अवसर है, जो हमारी सांस्कृतिक धरोहर को जानने, समझने और सराहने के इच्छुक हैं। इसमें शामिल होने से हम अपनी पहचान और धरोहर के महत्व को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए इसे संरक्षित रखने के प्रयासों को मजबूत कर सकते हैं।
विश्व धरोहर सप्ताह 2024, मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को मनाने का एक आदर्श अवसर है, और यह कार्यक्रम निश्चित रूप से सभी को हमारी धरोहर के महत्व के प्रति जागरूक करेगा।