अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस, जानें क्यों मनाया जाता है यह दिन

अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस, जानें क्यों मनाया जाता है यह दिन
Last Updated: 1 घंटा पहले

हर साल 25 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य महिला हिंसा के खिलाफ जागरूकता फैलाना और इस गंभीर समस्या के उन्मूलन के लिए संघर्ष को प्रोत्साहित करना है। यह दिन 1981 में लैटिन अमेरिकी देशों द्वारा एक साथ आकर शुरू किया गया था, जब "मीराबल बहनों" की हत्या कर दी गई थी, जो डोमिनिकन रिपब्लिक में तानाशाही के खिलाफ आवाज उठा रही थीं।

यह दिन महिला हिंसा, घरेलू हिंसा, शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने और समाज में महिलाओं के अधिकारों को सशक्त बनाने का प्रतीक बन गया है। इसे मनाने का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षित, सम्मानजनक और स्वतंत्र जीवन जीने का अधिकार देना है।

महिलाओं पर हिंसा: एक वैश्विक चुनौती

दुनिया भर में महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा एक गंभीर समस्या बनी हुई है। हर साल 25 नवंबर को महिलाओं के खिलाफ हिंसा उन्मूलन अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य इस मुद्दे के प्रति जागरूकता फैलाना और इसे रोकने के लिए ठोस कदम उठाना है। 2024 में भी इस दिन का मकसद समाज को जागरूक करना और महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल तैयार करना है।

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, हर दिन 137 महिलाएं अपने परिवार के किसी सदस्य द्वारा मारी जाती हैं, और हिंसा का सामना करने वाली 60% से अधिक महिलाएं किसी भी प्रकार की मदद लेने से वंचित रह जाती हैं।

2024 का थीम:  मिलकर हिंसा के खिलाफ खड़े हो

इस साल की थीम "UNiTE Together Against Violence" है, जो सामूहिक प्रयासों और साझेदारी के महत्व को रेखांकित करती है। थीम का उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए सामूहिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देना और उनके अधिकारों की रक्षा करना है।

इतिहास: 25 नवंबर का दिन क्यों चुना गया?

महिलाओं के खिलाफ हिंसा के खिलाफ संघर्ष के लिए 25 नवंबर का दिन डोमिनिकन गणराज्य की तीन राजनीतिक कार्यकर्ता बहनों, मिराबल सिस्टर्स, की याद में चुना गया।

1960: तानाशाह राफेल ट्रुजिलो के आदेश पर इन बहनों की निर्मम हत्या कर दी गई।

1993: संयुक्त राष्ट्र ने "महिलाओं के खिलाफ हिंसा उन्मूलन पर घोषणापत्र" (Declaration on the Elimination of Violence against Women) जारी किया।

2000: संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 25 नवंबर को आधिकारिक तौर पर इस दिवस के रूप में मान्यता दी।

महत्व: महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम

यह दिन न केवल महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को रोकने पर ध्यान केंद्रित करता है, बल्कि इसे पूरी तरह खत्म करने का आह्वान करता है।

हिंसा रोकने की पहल: यह दिवस जागरूकता बढ़ाने, नीतियों में सुधार लाने और पीड़ितों के लिए संसाधन उपलब्ध कराने पर जोर देता है।

डेटा और सेवाओं में सुधार: इस दिन के माध्यम से हिंसा से संबंधित आंकड़े एकत्रित किए जाते हैं, ताकि पीड़ितों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकें।

सामाजिक बदलाव: महिलाओं के प्रति सम्मान और समानता का संदेश फैलाने पर जोर दिया जाता है।

महिलाओं के खिलाफ हिंसा के प्रकार

महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा विभिन्न रूपों में सामने आती है

घरेलू हिंसा: साथी द्वारा मारपीट या मानसिक उत्पीड़न।

यौन उत्पीड़न: बलात्कार, अनचाही यौन गतिविधियां।

साइबर हिंसा: ऑनलाइन धमकियां, पीछा करना।

बाल विवाह और मानव तस्करी।

2024 में बदलाव के लिए क्या करें?

जागरूकता फैलाएं: हिंसा के खिलाफ अपने समुदाय को जागरूक करें।

सहायता करें: हिंसा पीड़ितों की मदद के लिए संगठनों का समर्थन करें।

शिक्षा का प्रसार करें: महिलाओं और बच्चों के अधिकारों की जानकारी बढ़ाएं।

सोशल मीडिया का उपयोग करें: इस मुद्दे पर खुलकर बात करें और चुप्पी तोड़ें।

महिलाओं के खिलाफ हिंसा को समाप्त करना केवल एक दिन का प्रयास नहीं है, बल्कि यह एक निरंतर प्रयास की मांग करता है। 25 नवंबर का दिन एक ऐसा अवसर है, जो हमें इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। आइए, मिलकर एक ऐसा समाज बनाएं, जहां हर महिला और लड़की सुरक्षित और सम्मानित महसूस करे।

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