Burnout: क्या है Burnout सिंड्रोम? मानव शरीर कैसे बन रहा है इसका शिकार, जानें लक्षण, उपाय और बचाव के तरीके

Burnout: क्या है Burnout सिंड्रोम? मानव शरीर कैसे बन रहा  है इसका शिकार, जानें लक्षण, उपाय और बचाव के तरीके
Last Updated: 25 अगस्त 2024

हमारी ज़िंदगी इतनी व्यस्त हो चुकी है कि अपने लिए समय निकालना लगभग असंभव सा लगने लगा है। इस व्यस्तता के कारण बहुत से लोग आसानी से बर्नआउट का शिकार हो जाते हैं। इससे व्यक्ति की व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। इसलिए, बर्नआउट के शुरुआती लक्षणों की पहचान करना और इसे प्रबंधित करने के उपायों पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।

New Delhi: हमारी रोजमर्रा की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए हम अक्सर एक जिम्मेदारी के बाद दूसरी जिम्मेदारी निभाने में जुटे रहते हैं। ऐसे में कई बार हमारी क्षमताओं से अधिक काम हमारे ऊपर जाता है, जिससे हम अपने ऊपर भारी दबाव महसूस करने लगते हैं। इस कारण हम थकावट और काम के प्रति उदासीनता अनुभव करने लगते हैं। इसे बर्नआउट (Burnout) कहा जाता है।

यह ऑफिस के काम, व्यक्तिगत जीवन या दोनों के कारण हो सकता है। हालांकि, आपका शरीर आपको इसके संकेत देता रहता है, जिन्हें पहचानकर आप इसे अच्छी तरह से प्रबंधित कर सकते हैं। इस लेख में, हम बर्नआउट के लक्षणों और इसे कैसे प्रबंधित करें, इस पर चर्चा करेंगे। आइए जानते हैं।

बर्न आउट क्यों होता है ?

बर्न आउट एक मानसिक समस्या नहीं है, बल्कि यह लंबे समय तक तनाव के कारण होने वाली थकान है। जब कोई व्यक्ति लगातार तनाव में रहता है, तो उसे छोटे-छोटे कार्य भी निपटाने में बहुत कठिनाई महसूस होती है। इस स्थिति में व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से थक जाता है, जिसके चलते उसका स्वभाव चिड़चिड़ा और नकारात्मक हो जाता है। बर्न आउट के कारण व्यक्ति में मोटिवेशन और ऊर्जा की कमी भी महसूस होती है।

बर्न आउट के लक्षण कैसे होते हैं ?

बर्न आउट, यानि मानसिक और शारीरिक थकावट, कई लक्षणों के साथ आता है। यहाँ कुछ सामान्य लक्षण दिए गए हैं: - थकान - सिरदर्द - काम टालने की प्रवृत्ति (प्रोक्रास्टिनेशन) - पाचन से जुड़ी समस्याएं - भावनात्मक दूरी (इमोशनल डिटैचमेंट) - नकारात्मक भावनाएं - अकेलापन - उत्पादकता में कमी - सामाजिक गतिविधियों में शामिल होना - चिड़चिड़ापन - खाने और सोने की आदतों में बदलाव इन लक्षणों को पहचानकर, समय पर सही कदम उठाना महत्वपूर्ण है।

कैसे करें इसका उपाय ?

बर्न आउट को प्रबंधित करने के लिए रोजाना व्यायाम करें। इससे आपकी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों बेहतर रहती हैं। रोज 10-15 मिनट की मेडिटेशन भी बर्न आउट को प्रबंधित करने में मदद करती है। इससे आपका मन शांत रहता है। दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताना भी बर्न आउट की समस्या को कम करने में सहायक होता है।

आप अपनी बर्न आउट की समस्या से निपटने के लिए कोई नई हॉबी भी आजमा सकते हैं। यह आपको मानसिक शांति प्रदान करेगी और आप बेहतर तरीके से काम कर सकेंगे। कार्य-जीवन संतुलन बनाने की कोशिश करें। काम के साथ-साथ अपनी व्यक्तिगत जिंदगी पर भी ध्यान दें और खुद पर अधिक दबाव डालें। प्रतिदिन कम से कम 7-8 घंटे की नींद लेने का प्रयास करें।

 

 

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