बवासीर से निजात पाने के लिए संतुलित आहार – क्या खाएं और क्या नहीं खाएं, आइए जानते है Balanced diet to get rid of piles – what to eat and what not to eat, let us know
आज बवासीर एक सामान्य बीमारी बन चुकी है। यह बीमारी मुख्य रूप से आपके खाने पीने पर बहुत ज्यादा निर्भर करती है। भोजन बवासीर को कम करने में महत्वपूर्ण रोल निभाता है। हालाकिं आधुनिक युग में अधिकतर लोग फ़ास्ट फ़ूड का इस्तेमाल करते हैं,जिससे बवासीर होने की संभावना बढ़ जाती है।
बवासीर उम्रदराज लोगो को होता है। परंतु आजकल के खान पान और जंक खाना (बरगर, पिज़्ज़ा, तैलियेयुक्त पदार्थ) से युवको और बच्चो में भी पाया जा रहा है, बवासीर में मरीज के गुदा के अंदर और बाहर सूजन और मस्से हो जाते हैं। यह एक ऐसी बीमारी है, जिसमें रोगी को बहुत अधिक तकलीफ होती है।
ऐसा देखा जाता है कि बवासीर के लक्षणों का पता चलते ही रोगी बीमारी का इलाज कराने की कोशिश करता है, और डॉक्टर के बताए अनुसार, दवाओं का सेवन भी करता है, लेकिन इसके बाद भी कई बार बवासीर का पूरा उपचार नहीं हो पाता है। इससे नौबत ऑपरेशन तक पहुंच जाती है। दरअसल बवासीर जैसी बीमारी में रोगी को दवाओं के साथ-साथ अपने खान-पान पर भी बहुत अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है। इसलिए आइए जानते है की अपने डाइट में किन चीजों को शामिल करें और किसे खाने से परहेज करें,
अच्छे से शौच नहीं होना ये भी बवासीर की तरफ इशारा करता है। शौच करते समय ज्यादा दाब लगाने पर भी शौच ना होना और शौच के साथ साथ रक्तस्राव आना यह भी इस रोग का मुख्य कारण है। इसे अंग्रेजी में पाइल्स या हेमोर्रोइड्स भी कहते है। इस रोग में गुदा द्वार में मस्से निकल आते है, जो शौच करते समय के साथ में बहार आते है और बहुत पीड़ा देते है, यह अंदरूनी और बाहरी दो प्रकार की होती है।
बवासीर क्या हैं ? What are hemorrhoids
बवासीर को दूसरे शब्दो में हेमोर्रोइड्स कहा जाता है। यह एक ऐसा रोग है जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। बवासीर से पीड़ित लोगो को समझ नहीं आता है की आहार में क्या खाएं और क्या नहीं खाएं। गलत खान पान होने के कारण बवासीर की समस्या उभरने लगती है। और इसमें से कई बार खून निकलने के साथ ही दर्द भी होता है। मल त्याग के दौरान जोर लगाने पर ये मस्से बाहर आ जाते हैं। इस समस्या के कारण व्यक्ति को बैठने में भी दिक्कत होती है। चिकित्सकों के अनुसार, कई बार शर्मिंदगी के कारण लोग शुरुआत में इस पर ध्यान नहीं देते जिससे बाद में समस्या और बढ़ जाती है।
पाइल्स मरीज के लिए खान पान Food for piles patient
शकरकंद, आलू और गाजर जैसी सब्जियों का सेवन करने से शरीर को आराम मिलेगा। इन सब्जियों में बहुत हद तक पोषण पाया जाता है। ये सब्जियां आपकी आंतों को स्वस्थ रखती हैं इसलिए इनको अपने भोजन में जरूर शामिल करें।
शलजम का जूस पीना भी बहुत फायदेमंद साबित होता है इसलिए इसे एक बार जरूर लें।
नाश्ते में एक गिलास दूध के साथ इनका इस्तेमाल करें।
बादाम , पिस्ता , कांजू , अखरोट , किशमिश आदि बवासीर के रोगी के लिय बहुत ही लाभदायक होते है इसमें प्रोटीन , विटामिन , मिअनार्ल्स , आयरन , केल्शियम , मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों की प्रचुरता होती है जो कि आपके लीवर एवं डायजेशन को फिट रखने में बहुत ही फायदेमंद होते है
दोपहर के खाने में At lunch
दो या तीन रोटी, एक कटोरी सलाद, एक या आधी कटोरी चिकन करी, एक ग्लास छाछ ले सकते है।
शाम के समय विटामिन c के श्रोत जैसे निम्बू , आवंला , संतरा , कीनू , अनार , सेब आदि जितने भी फ्रूट्स है यह पाइल्स के रोगी के लिए लाभदायक है क्योकि इन पोषक तत्वों में फाइबर के गुण तथा कार्बोहायड्रेट के गुण काफी मात्रा में उपलब्ध होते है
रात के भोजन में At dinner
दो रोटी, टमाटर, उपमा, हरी सब्जी।
पाइल्स के मरीजों को क्या नही खाना चाहिए ?
बवासीर में मिर्च न खाएं बवासीर के रोगी को हरी या लाल मिर्च नहीं खाना चाहिए क्योंकि हरी मिर्च का सेवन मरीज के दर्द और जलन की समस्या को बढ़ा सकता है।
बवासीर में सुपारी, गुटखा और, पान मसाला, सिगरेट आदि का सेवन आपकी तकलीफ को बढ़ा सकता है। हर तरह की सुपारी युक्त चीजें खाने से बचें।
बवासीर होने पर बाहर का खाना खाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि बाहर के खाने में नमक, मिर्च और साफ सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता है
बवासीर में राजमा, मसूर,दाल बीन्स न खाएं राजमा-चावल व दाल-चावल आदि के शौकीन लोगों को यदि पाइल्स हो तो इस शौक से कुछ वक्त के लिये परहेज कर लेनी चाहिए। क्योंकि राजमा व मसूर दालों का सेवन पाइल्स के रोगियों के लिए बेहद हानिकारक माना जाता है।