Actor Boman Irani: बॉलीवुड अभिनेता बोमन ईरानी पहुंचे लुधियाना, युवाओं से कहां - मुकाम पाने के लिए उम्र की...

Actor Boman Irani: बॉलीवुड अभिनेता बोमन ईरानी पहुंचे लुधियाना, युवाओं से कहां - मुकाम पाने के लिए उम्र की...
Last Updated: 27 मार्च 2024

बॉलीवुड सुपर अभिनेता बोमन ईरानी सोमवार (25 मार्च) को पंजाब के लुधियाना पहुंचे हैं। यहां उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान युवाओं को प्रेरित करते हुए कहां कि जीवन में मुकाम हासिल करने के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं होती हैं।

लुधियाना: गिल जगत के मशहूर अभिनेता बोमन ईरानी (Boman Irani) सोमवार को लुधियाना गए थे। लुधियाना में फिक्की फ्लो की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम प्रतिबिंब 2023-24’ में पहुंचकर लोगों का दिल जीता लिया। उस कार्यक्रम के दौरान काफी संख्या में उनके फैंस वहां मौजूद रहे। ईरानी ने अपने जीवन और अभिनव के बारे में बताते हुए कहां कि जीवन में काफी संघर्षों का सामना किया हैं।

Subkuz.com की जानकारी के अनुसार बोमन ने अपने फैंस और अन्य लोगों के सामने अपने अभिनव (Acting) और अनुभव को सांझा करते हुए कहां कि जीवन में अद्वितीय क्षमताओं और खामियों को पहचानते हुए लक्ष्य को पाने के लिए कोई उम्र नहीं होती। अगर आपके अंदर जुनून और साहस है तो सफलता खुद बखुद आपके कदम चूमेगी। जानकारी के अनुसार बोमन ईरानी ने 64 साल की उम्र में पहली फिल्म का निर्देशन किया है, जो जल्द ही सिनेमा घरों में आने वाली हैं।

कार्यक्रम में सांझा किए अपने विचार

फिल्म के मुख्य कलाकार बोमन ईरानी ने रविवार को फिक्की फ्लो कार्यक्रम के दौरान अपने फैंस के सामने अनुभव को सांझा करते हुए अपने जीवन और नेतृत्व के विभिन्न पहलुओं के बारे में बताया। उन्होंने कहां कि जिस तरह से लोगों ने मेरी फिल्मों और गानों को बहुत प्यार दिया यह मेरे लिए बहुत ज्यादा गौरव की बात हैं।

बोमन ईरानी ने जीवन के बारे में बताते हुए कहां कि उनका जीवन बहुत ज्यादा संघर्षपूर्ण रहा है। ईरानी जब बहुत छोटे थे तो उनके पिता का देहांत हो गया। मां और तीन बड़ी बहनों ने बड़े संघर्ष से पाला पोसा। ईरानी बचपन से ही अति संरक्षित (ओवर प्रोटेक्टेड) बच्चा था। बचपन में अच्छे से बोल नहीं पाता था और हमेशा चुप गुमसुम रहता था, लेकिन आज उन्होंने अपनी इस कमी को ताकत (स्ट्रेंथ) बना लिया। थ्री एडिएट मूवी में प्रोफेसर के रोल में जिस तरीके से जीभ निकाल कर बोलता था। वैसे ही बचपन में बोलते थे।

पारसियों के बारे में क्या कहां?

बोमन ईरानी से कार्यक्रम के दौरान उनके फैंस और अन्य लोगों ने पूछा कि क्या आप पारसियों को जानते हैं। इस बात का कोई जवाब नहीं दिया, उन्होंने रतन टाटा, भामा जैसी महान शख्सियतों के बारे में पूछने पर कहां कि देश में केवल 60-65 हजार पारसी लोग बचे हैं। इस कौम के लोगों ने देश की इकोनमी को ऊपर उठाने में सबसे बड़ा योगदान किया है। उन्होंने मजाकिया स्टाइल में कहां कि हमें तोसेव टाइगरबाद मेंसेव पारसीपहले कहते हैं।

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