रमेश भाई ओझा अंबानी परिवार के आध्यात्मिक गुरु के रूप में प्रसिद्ध हैं। वे एक प्रतिष्ठित संत और कथाकार हैं, जो श्रीमद्भागवत और अन्य हिंदू धार्मिक ग्रंथों पर आधारित प्रवचनों के लिए जाने जाते हैं। रमेश भाई ओझा की ख्याति केवल अंबानी परिवार तक सीमित नहीं है; वे भारत और विदेशों में लाखों अनुयायियों के बीच प्रतिष्ठित हैं।
एंटरटेनमेंट: भारतीय व्यवसायिक दिग्गज मुकेश अंबानी और उनका पूरा परिवार हमेशा सुर्खियों में रहता है। अपने कार्यों के अलावा अंबानी परिवार अपने सामाजिक कार्यों के लिए भी लोगों को प्रेरित करता है। इस परिवार का हर कार्यक्रम किसी महोत्सव से कम नहीं होता। सामूहिक विवाह से लेकर परिवार के सदस्यों की शादियों, दिवाली के जश्न से लेकर गणपति पूजा तक, हर एक समारोह मुख्यधारा में बना रहता है और ऐसा होना भी स्वाभाविक है क्योंकि हर आयोजन इतना भव्य होता है कि उसकी चर्चा होना अनिवार्य है। हालांकि, ये सभी कार्यक्रम एक विशेष व्यक्ति के बिना अधूरे रहते हैं।
अनंत अंबानी की शादी से लेकर हाल में हुई गणपति पूजा तक, हर समारोह में यह व्यक्ति उपस्थित रहता है। अंबानी परिवार में इनकी विशेष अहमियत है। ये कोई और नहीं, बल्कि अंबानी परिवार के गुरु रमेश भाई ओझा हैं, जिनका सम्मान और उनकी बातों का परिवार के हर सदस्य विशेष ध्यान रखते हैं।
कौन हैं अंबानी परिवार के गुरु?
अब आपको यह जानने में काफी दिलचस्पी होगी कि अंबानी परिवार के गुरु कौन हैं? ये परिवार के इतने करीब कैसे आए? अंबानी परिवार में इनका क्या स्थान है? इन सभी सवालों के जवाब हम आपके लिए लाए हैं। बता दें अंबानी परिवार के आध्यात्मिक गुरु रमेश भाई ओझा हैं। उनका आश्रम गुजरात के पोरबंदर में स्थित है, जिसका नाम 'संदीपनी विद्यानिकेतन आश्रम' है। इस आश्रम में अंबानी परिवार के सदस्यों के साथ-साथ देश के कई अन्य प्रसिद्ध लोग भी नियमित रूप से आते हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत गुजरात के कई बड़े नेता और व्यवसायी इस आश्रम में गुरु रमेश भाई ओझा से मिलने के लिए आते रहे हैं।
रमेश भाई ओझा का जन्म 31 अगस्त 1957 को गुजरात के एक छोटे से गांव में हुआ था। उनका पूरा नाम रमेशभाई नवलदास ओझा है। उन्होंने बचपन से ही आध्यात्मिकता में रुचि दिखाई और हिंदू धर्मग्रंथों का गहन अध्ययन किया। धीरे-धीरे वे भगवद गीता, रामायण, और श्रीमद्भागवत पुराण पर प्रवचन देने लगे और अपनी अद्भुत व्याख्याओं के कारण काफी लोकप्रिय हो गए। रमेश भाई ओझा का अंबानी परिवार के साथ गहरा आध्यात्मिक संबंध है। परिवार के महत्वपूर्ण धार्मिक और व्यक्तिगत आयोजनों में उन्हें देखा जाता है। खासकर, मुकेश अंबानी और नीता अंबानी की धार्मिक आस्था में रमेश भाई ओझा का मार्गदर्शन अहम भूमिका निभाता है। उनका आध्यात्मिक परामर्श अंबानी परिवार को जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में संतुलन और दिशा देने में मदद करता हैं।
अंबानी परिवार में गुरु नमन ओझा के आशीर्वाद के बिना संपन्न नहीं होता है कोई भी कार्यक्रम
रमेश भाई ओझा का अंबानी परिवार के साथ जुड़ाव बहुत गहरा और पुराना है। वे धीरूभाई अंबानी के समय से ही इस परिवार के आध्यात्मिक मार्गदर्शक रहे हैं और उनकी सलाह और आशीर्वाद परिवार के हर सदस्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। रमेश भाई ओझा ने धीरूभाई अंबानी के आध्यात्मिक गुरु के रूप में अपनी पहचान बनाई थी। धीरूभाई अंबानी ने उन्हें अपने जीवन के कई महत्वपूर्ण निर्णयों में मार्गदर्शन के लिए चुना था। उनकी सलाह ने अंबानी परिवार के जीवन में गहरी छाप छोड़ी। रमेश भाई ओझा तब सुर्खियों में आए जब धीरूभाई अंबानी अपनी सफलता के चरम पर थे। उनकी उपस्थिति और आशीर्वाद को अंबानी परिवार की सफलता और समृद्धि के साथ जोड़ा जाता हैं।
रमेश भाई ओझा की सलाह अंबानी परिवार के हर बड़े और छोटे फैसले में महत्वपूर्ण होती है। उनके विचार परिवार के सदस्यों द्वारा गंभीरता से सुने और माने जाते हैं। हर कार्यक्रम और आयोजन के सफल समापन के लिए रमेश भाई ओझा के आशीर्वाद को अनिवार्य माना जाता है। उनकी उपस्थिति को एक शुभ संकेत और कार्यक्रम की सफलता के लिए आवश्यक माना जाता है। मुकेश अंबानी और अन्य अंबानी परिवार के सदस्य व्यवसायिक निर्णयों में भी रमेश भाई ओझा की सलाह लेते हैं। नया व्यवसायिक उपक्रम शुरू करने से पहले वे उनके आशीर्वाद और मार्गदर्शन प्राप्त करते हैं।
अंबानी परिवार ने रमेश भाई ओझा को इसलिए चुना गुरु
धीरूभाई अंबानी की पत्नी कोकिलाबेन अंबानी का रमेश भाई ओझा के साथ जुड़ाव भी बहुत गहरा है। जानकारी के मुताबिक कोकिलाबेन अंबानी नियमित रूप से आश्रम जाती हैं और रमेश भाई ओझा के वीडियो देखा करती हैं। इससे उनकी आध्यात्मिक यात्रा और ओझा के प्रति श्रद्धा को दर्शाता है।1997 में, कोकिलाबेन ने अपने घर में 'राम कथा' आयोजित करने का निर्णय लिया और रमेश भाई ओझा को इस आयोजन के लिए आमंत्रित किया। इस आयोजन ने रमेश भाई ओझा और अंबानी परिवार के बीच के रिश्ते को और भी मजबूत कर दिया। इस घटना के बाद से रमेश भाई ओझा को अंबानी परिवार ने आधिकारिक रूप से अपना गुरु मान लिया। उनकी उपस्थिति और आशीर्वाद अंबानी परिवार के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हो गए हैं।