दिल्ली में दिल दहला देने वाली घटना आई सामने, ओडिशा की महिला के साथ हुआ दुष्कर्म, जांच में जुटी पुलिस

दिल्ली में दिल दहला देने वाली घटना आई सामने, ओडिशा की महिला के साथ हुआ दुष्कर्म, जांच में जुटी पुलिस
Last Updated: 12 अक्टूबर 2024

दिल्ली के सराय काले खां से एक बेहद चौंकाने वाली घटना की जानकारी मिली है। यहां ओडिशा की एक महिला के साथ दुष्कर्म के बाद उसे फेंकने की घटना सामने आई है। जानकारी के अनुसार, यह महिला ओडिशा से बिना अपने परिवार को बताए दिल्ली पहुँची थी। पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर ली है और जांच प्रारंभ कर दी है।

New Delhi: दिल्ली में एक बार फिर एक ऐसी घटना हुई है, जिसने देश की राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाने के साथ-साथ महिलाओं की सुरक्षा के सभी दावों की पोल खोल दी है। दिल्ली के सराय काले खां क्षेत्र में एक महिला के साथ दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है। यह महिला मूल रूप से ओडिशा की निवासी है।

शुक्रवार को सड़क किनारे बेहोश पाई गई महिला

शुक्रवार को सराय काले खां में एक महिला बेहोश अवस्था में सड़क किनारे पाई गई। महिला के कपड़े फटे हुए थे और वह बेहोश थी। पुलिस ने तुरंत महिला को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल भेज दिया। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच शुरू कर दी है ताकि महिला के साथ क्या हुआ यह पता लगाया जा सके।

प्रारंभिक जांच में पता चला है कि महिला अपने परिवार को बिना बताए दिल्ली आई थी। पुलिस महिला के परिवार से भी संपर्क कर रही है ताकि उनसे घटना के बारे में जानकारी ली जा सके। पुलिस मामले की जांच कर रही है और महिला की स्थिति की निगरानी कर रही है।

दुष्कर्म के मामले में दोषियों को 20 साल की सजा

विक्षिप्त युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म से संबंधित मामले में सुनवाई करते हुए, बुधवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/विशेष न्यायाधीश पाक्सो एक्ट न्यायालय ने दो आरोपियों को दोषी ठहराया है। एक आरोपी को अंतिम सांस तक की सजा (आजीवन कारावास) सुनाई गई, जबकि दूसरे नाबालिग आरोपी को 20 साल के कारावास की सजा सुनाई गई है।

मामले की जांच

अधिवक्ता हरेंद्र त्यागी ने बताया कि थाना हाफिजपुर क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली एक महिला ने वर्ष 2021 में थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसमें पीड़िता ने बताया कि उसकी 19 वर्षीय पुत्री मानसिक रूप से विक्षिप्त है। वह अपने पति के साथ मजदूरी करती है।

एक दिन, वह पति के साथ काम पर गई थी। जब वे शाम को घर लौटे, तो उनकी पुत्री वहां नहीं थी। दंपती ने अक्सर देखा था कि उनकी बेटी पास के तालाब के किनारे बैठती है, इसलिए वे उसे वहाँ देखने गए। जब उन्हें वहां अपनी बेटी नहीं मिली, तो उन्होंने खेल रहे बच्चों से पूछताछ की।

बच्चों ने बताया कि गांव का अकबर और एक किशोर उनकी पुत्री को दस रुपए देकर अपने साथ पास के एक सरसों के खेत में ले गए हैं। जब वे सरसों के खेत पर पहुंचे, तो उन्होंने अकबर और किशोर को खेत के दूसरी तरफ जाते हुए देखा। वहीं, उनकी पुत्री सरसों के खेत के किनारे पर मिली। जब उन्होंने उससे पूछताछ की, तो उसने घटना के बारे में जानकारी दी।

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