चिकित्सा विभाग की ओर से जयपुर के फोर्टिस अस्पताल के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया है। ममले में डॉ.रश्मि गुप्ता ने FIR में कहा जिसमें बताया कि फोर्टिस अस्पताल में डोनर और रिसीवर की जांच किए बिना ही ट्रांसप्लांट किया जा रहा था।
Jaipur News: राजस्थान सरकार के चिकित्सा विभाग ने किडनी ट्रांसप्लांट मामले में जयपुर के फोर्टिस अस्पताल के खिलाफ जवाहर सर्किल पुलिस थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया है। चिकित्सा विभाग की अधिकारी डॉ.रश्मि गुप्ता ने रिपोर्ट में कहा कि विभाग की ओर से करवाई गई जांच में सामने आया कि फोर्टिस अस्पताल में किडनी डोनर और रिसीवर की जांच किए बिना ही ट्रांसप्लांट किया जा रहा था।
चिकित्सा विभाग अधिकारी डॉ. रश्मि ने दी रिपोर्ट
subkuz.com को मिली जानकारी के अनुसार, डॉ.रश्मि गुप्ता ने रिपोर्ट में बताया कि इस मामले की अखबार में छपी खबर के बाद प्रशासन एक्टिव हुआ और जयपुर से एक एसीपी आदित्य पुनिया को जांच के लिए गुरुग्राम भेज गया। वहां जांच के दौरान सामने आया कि फोर्टिस अस्पताल में किडनी डोनर और रिसीवर की जांच किए बिना ही डॉक्टरों ने किडनी ट्रांसप्लांट किया। मामले की जांच के बाद जवाहर सर्किल थाना पुलिस ने किडनी डोनर, रिसीवर और फोर्टिस अस्पताल के खिलाफ धोखाधड़ी का मामले में FIR दर्ज की है।
पुलिस और चिकित्सा विभाग ने की जांच
बताया जा रहा है कि गुरुग्राम में इस किडनी ट्रांसप्लांट मामले का खुलासा होने के बाद जयपुर पुलिस और चिकित्सा विभाग अपने-अपने स्तर पर जांच कर रहे थे। जांच के दौरान गुरुग्राम पुलिस के इंक्वायरी ऑफिसर तरुण कुमार ने एसीपी आदित्य पूनिया को बताया कि किडनी ट्रांसप्लांट डोनर और किडनी रिसीवर उन दोनों का आपस में ब्लड मैच नहीं कर रहा था। वह एक-दूसरे को जानते भी नहीं है। बताया कि दलाल के माध्यम से पैसों का लेनदेन करके ये लोग जयपुर तक पहुंचे और फोर्टिस अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट करवाई।