अमेरिका द्वारा यूक्रेन को रूस के खिलाफ लंबी दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल करने की मंजूरी देने के बाद युद्ध में तनाव बढ़ गया है। इसके जवाब में रूस ने यूक्रेन पर एक नई और अत्याधुनिक मिसाइल का इस्तेमाल किया है, जिसे पहले कभी नहीं तैनात किया गया था। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खुद इस मिसाइल की लॉन्चिंग की पुष्टि करते हुए इसकी विशेषताओं का वर्णन किया।
World: हाल के दिनों में रूस-यूक्रेन युद्ध में तेज़ी आई है, खासकर जब अमेरिका ने यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलों के इस्तेमाल की मंजूरी दी। इसके जवाब में रूस ने अपनी नई हाइपरसोनिक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल से यूक्रेन पर हमला किया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस मिसाइल के इस्तेमाल की पुष्टि करते हुए इसे अमेरिकी और ब्रिटिश मिसाइलों के जवाब में दागे जाने की बात कही। पुतिन के इस बयान ने युद्ध को और अधिक खतरनाक बना दिया है और दुनिया की चिंता को बढ़ा दिया है, क्योंकि हाइपरसोनिक मिसाइलों की गति और सटीकता के कारण ये अत्यधिक विनाशकारी हो सकती हैं।
यह मिसाइल हमला रूस की सैन्य ताकत का एक और उदाहरण है और इससे युद्ध की दिशा और भी अधिक अनिश्चित हो सकती है। इस संघर्ष ने वैश्विक सुरक्षा के माहौल को प्रभावित किया है और अब यह देखना होगा कि यह तनाव आगे कैसे बढ़ता हैं।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने क्या कहा?
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि यूक्रेन युद्ध अब एक वैश्विक संघर्ष की ओर बढ़ रहा है, खासकर जब से अमेरिका और ब्रिटेन ने यूक्रेन को अपनी मिसाइलों के इस्तेमाल से रूस के अंदर गहरे हमले करने की अनुमति दी है। पुतिन ने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी कि रूस जवाबी हमला कर सकता है। इसके साथ ही, पुतिन ने बताया कि रूस ने यूक्रेन के द्निप्रो शहर में अपनी नई मध्यम दूरी की मिसाइल "ओरेशनिक" को लॉन्च किया है। द्निप्रो शहर मिसाइल और अंतरिक्ष रॉकेट कंपनी पिवडेनमाश का केंद्र है, जिसे रूस में युजमाश के नाम से जाना जाता हैने अपनी सैन्य शक्ति को प्रदर्शित करने के रूप में देखा है और यह युद्ध के मौजूदा प्रक्षिप्त को और भी खतरनाक बना सकता हैं।
ओरेशनिक मिसाइल की विशेषता
* मिसाइल का प्रकार: "ओरेशनिक" एक हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल है, जो ध्वनि की गति से 10 गुना अधिक गति से यात्रा करती है, जिससे इसे रोका नहीं जा सकता।
* सीमा: इस मिसाइल की सीमा 5,000 किमी (3,100 मील) है, जिससे रूस को यूरोप के अधिकांश हिस्सों और संयुक्त राज्य अमेरिका के पश्चिमी तट पर हमले की क्षमता मिलती हैं।
* वॉरहेड क्षमता: विशेषज्ञों के अनुसार, यह मिसाइल छह से आठ पारंपरिक या परमाणु वॉरहेड ले जाने में सक्षम है, जिन्हें स्वतंत्र रूप से विभिन्न लक्ष्यों पर निर्देशित किया जा सकता हैं।
* विकास और सेवा: यह मिसाइल संभवतः पहले ही रूसी सेना में सेवा में है और इसकी डिजाइन इसे मिसाइल रक्षा प्रणालियों से बचने के लिए सक्षम बनाती है, खासकर इसकी गति और लचीलापन के कारण।
* रणनीतिक प्रभाव: इस मिसाइल के विकास का असर पश्चिमी देशों के साथ बढ़ते तनावों के संदर्भ में देखा जा रहा है, विशेष रूप से यूक्रेन के लिए अमेरिका और ब्रिटेन द्वारा लंबी दूरी की मिसाइलों की मंजूरी देने के बाद।
* मिसाइल की तुलना: इससे पहले पेंटागन ने रूस की "RS-26 रुबेज़" मिसाइल को अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) के रूप में पहचाना था, जो मिसाइलों की प्रौद्योगिकी में रूस की प्रगति को दर्शाता हैं।