कन्नड़ फिल्म अभिनेत्री रान्या राव को 12.56 करोड़ रुपये की सोना तस्करी के मामले में राहत नहीं मिली है। शुक्रवार (14 मार्च, 2025) को आर्थिक अपराध न्यायालय ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी।
बेंगलुरु: कन्नड़ फिल्म अभिनेत्री रान्या राव को सोने की तस्करी के मामले में अभी जेल में ही रहना होगा, क्योंकि आर्थिक अपराध न्यायालय ने शुक्रवार (14 मार्च, 2025) को उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी। गौरतलब है कि 3 मार्च, 2025 को 34 वर्षीय रान्या राव को दुबई से बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 14 किलोग्राम सोने की छड़ों के साथ गिरफ्तार किया गया था, जिसकी अनुमानित कीमत ₹12.56 करोड़ बताई जा रही हैं।
इस मामले में उनके साथ तरुण कोंडुरु नाम के एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया था। तरुण कोंडुरु की जमानत याचिका पर सुनवाई आज शनिवार दोपहर 3 बजे होगी।
हवाई अड्डे पर हुई थी गिरफ्तारी
रान्या राव को दुबई से बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से 14 किलोग्राम सोने की छड़ें बरामद हुई थीं, जिनकी बाजार में अनुमानित कीमत 12.56 करोड़ रुपये बताई जा रही है। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने अदालत में जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा कि रान्या राव एक संगठित तस्करी गिरोह का हिस्सा हैं।
अगर उन्हें जमानत दी जाती है, तो वे न केवल सबूतों को प्रभावित कर सकती हैं, बल्कि जांच को भी बाधित कर सकती हैं। डीआरआई के वकील ने अदालत को यह भी बताया कि अभिनेत्री ने बीते एक वर्ष में 30 बार दुबई की यात्रा की है, जिससे संदेह और गहरा हो जाता हैं।
हिरासत में दुर्व्यवहार का आरोप
रान्या राव ने अपने वकील के माध्यम से हिरासत में दुर्व्यवहार का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि पूछताछ के दौरान अधिकारियों ने उन पर मानसिक दबाव बनाया और जबरन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाए। डीआरआई ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि सभी जांच प्रक्रियाएं कानूनी दायरे में रहकर की गई हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने अतिरिक्त मुख्य सचिव गौरव गुप्ता को इस मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। रान्या राव वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रामचंद्र राव की सौतेली बेटी हैं, जो कर्नाटक राज्य पुलिस आवास और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं। उनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है कि कहीं उन्होंने इस तस्करी में कोई मदद तो नहीं की।
सूत्रों के मुताबिक, रान्या राव प्रति किलोग्राम सोने की तस्करी के लिए 1 लाख रुपये की फीस लेती थीं और एक यात्रा में करीब 13 लाख रुपये तक की कमाई कर लेती थीं। उन्होंने तस्करी के लिए विशेष रूप से डिजाइन की गई जैकेट और कमर बेल्ट का इस्तेमाल किया, जिससे स्कैनर में सोना पकड़ में नहीं आ सके।