नवी मुंबई शहर में एक 42 वर्षीय व्यवसायी से एक व्यक्ति ने सरकारी अधिकारी के रूप में पेश होकर कथित तौर पर 2 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है। मुंबईपुलिस मामले की जांच में जुटी है।
Mumbai News: महाराष्ट्र में नवी मुंबई से एक धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जिसमें नवीं के एक 42 वर्षीय व्यक्ति से आरोपी ने कथित तौर पर 2 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है, जिसने स्वयं को सरकारी ऑफिसर बताया। इस मामले की सूचना पीड़ित ने मंगलवार (30 अप्रैल) को पुलिस स्टेशन में दी। बताया गया कि नवी मुंबई स्थित नेरुल के रहने वाले पीड़ित को COVID-19 महामारी के दौरान अपने व्यवसाय में नुकसान उठाना पड़ा था।
पुलिस ने मामले की जानकारी दी
नेरुल पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने subkuz.com टीम को बताया कि जनवरी 2021 में, वह पड़ोसी मुंबई के परेल निवासी आरोपी के संपर्क में आया, जिसने स्वयं को केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय में एक सीनियर ऑफिसर के रूप में उसके सामने पेश किया। आरोपी ने धोखे से पीड़ित को लोन दिलाने का वादा किया, उससे कहा कि उसके एक बैंक के CEO के साथ संबंध हैं। आरोपी ने पीड़ित के सामने लोन दिलाने के लिए एक संपत्ति गिरवी रखने का प्रस्ताव रखा। लेकिन, पीड़ित व्यक्ति ने कहा कि उसके पास लोन के बदलने में देने के लिए कोई संपत्ति नहीं है।
पुलिस अधिकारी ने आगे बताया कि इसके बाद आरोपी ने उसे अपनी बातों में लेकर एक अन्य व्यक्ति के बारे में बताया जो कथित तौर पर आरोपी से लोन मांग रहा था और उसने दावा किया कि वह उसकी संपत्ति लोन के लिए उनके पास रख सकता है और प्राप्त लोन राशि दोनों के बीच समान रूप से वितरित की जा सकती है।
सरकारी अधिकारी बनकर 2 करोड़ ठग्गे
अधिकारी ने बताया कि ऑफर के लालच में आकर पीड़ित व्यक्ति ने पुणे मेट्रो परियोजना के तहत तेलंगाना के एक ठेकेदार से मिले 2 करोड़ रुपये धोखेबाज आरोपी को दे दिए। उन्होंने कहा, जब पीड़ित ने लोन वापस लेने वाले दूसरे व्यक्ति और बैंक अधिकारी से मिलने का अनुरोध किया, तो धोखेबाज ने उसे अपनी बातों में टाल दिया और बाद में वहां से फरार हो गया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़ित द्वारा की गई एफआईआर के आधार पर, नेरुल पुलिस स्टेशन के अधिकारीयों ने रविवार को धोखेबाज के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धोखाधड़ी और लूट मामले में की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। जिसकी जांच में पूरी पुलिस टीम जुटी है।