राजस्थान के कोटा में NEET की तैयारी कर रही छात्रा का किडनैपिंग के मामले में पुलिस टीम ने बड़ा खुलासा किया है। कोटा पुलिस ने बताया कि छात्रा का अपहरण हुआ ही नहीं था बल्कि झूठी साजिश रची गई थी।
Rajasthan News: राजस्थान के कोटा जिले में विज्ञान नगर इलाके से एक छात्रा के किडनैप होने के मामले में राजस्थान की कोटा पुलिस ने आज बड़ा खुलासा किया है। कोटा पुलिस ने बताया कि बच्ची के किडनैप की वारदात दरअसल झूठी थी। पुलिस डिपार्टमेंट क टेक्निकल एनालिसिस और इनपुट से पता चला है कि छात्र ने यह कहानी विदेश में पढ़ने के लिए रची थी। पूछताछ के दौरान इंदौर में रहने वाले छात्रा के एक दोस्त ने पुलिस को बताया कि छात्रा के साथ उसके दो दोस्त भी विदेश में पढ़ाई करने के लिए जाना चाहते थे।
SP ने दी जानकारी
SP डॉ.अमृता ने बताया कि - छात्रा अगस्त 2023 को कोटा में NEET की तैयारी के लिए कोचिंग में दाखिला लेने अपनी मां के साथ आई थी। इसके बाद वह इंदौर रहने लगी थी। बताया जा रहा है कि वह घर वालों को टेस्ट के नंबर भी नकली भेज रही थी, इंदौर में वह दो दोस्तों के साथ रह रही थी। छात्रा के एक दोस्त को जब पुलिस ने ट्रेस किया, तो उसने इस पूरी घटना के बारे में बताया। हालांकि, अभी छात्रा और उसके दो दोस्तों का पता नहीं चल पाया है।
किडनैप की रची साजिश
subkuz.com को बताया गया कि छात्रा के पिता को बेटी के हाथ-पैर और मुंह बंधा होने की फोटो भेजकर 30 लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई थी। पैसे नहीं मिलने की स्थिति में उसके पिता को छात्रा की हत्या करने की धमकी भी दी गई थी। बेटी के किडनैप की जानकारी मिलने के बाद पिता ने कोटा पहुंचकर विज्ञान नगर थाने में बेटी के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। वहीं, SP के निर्देश पर पुलिस टीमों का गठन कर छात्रा की तलाश शुरू कर दी गई थी।
30 लाख फिरौती की मांगी
किडनैप की गई लड़की का नाम काव्या बताया गया। पुलिस जाँच के दौरान उसे आखिरी बार इंदौर में देखा गया था। पूछताछ में काव्या के दोस्त ने बताया कि वह विदेश में अपने दोस्तों के साथ पढ़ने के लिए झूठी किडनैप की कहानी बनाई थी और अपने ही पिता से 30 लाख की फिरौती की मांग की थी। काव्या के पिता ने 18 मार्च को पुलिस स्टेशन में अपनी बेटी के किडनैप की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।