1971 में भारत-पाक युद्ध के दौरान घायल हुए सैनिकों का इलाज करने वाले मेडिकलकर्मी उस दौरान की यादें शेयर करेंगे। जोधपुर में 11 से 13 मार्च तक विशेष सम्मेलन होने जा रहा है। जिसमें मेडिकल क्षेत्र से जुड़े लोग 52 साल बाद एक जगह मिलेंगे।
कमांड हॉस्पिटल एयरफोर्स, बेंगलुरु में कार्य कर चुके ऐसे तकरीबन 25 में से 16 चिकित्सा कर्मी (नर्सिंग अधिकारी, प्रयोगशाला सहायक व फिजियोथेरेपिस्ट) 52 साल बाद फिर मिलने जा रहे हैं। सम्मेलन के समन्वयक व पूर्व जूनियर वारंट ऑफिसर फीजियोथेरैपिस्ट इंदरचंद चौहान ने बताया कि 11 मार्च से पाल रोड स्थित होटल मधुरम रॉयल में सम्मेलन में कोलकाता, बेंगलुरु, पटना, कानपुर, दिल्ली, कोच्चि, अंबाला, केरल तथा एक प्रतिनिधि ओमान से सम्मेलन में भाग लेंगे।
उन्होंने बताया कि सम्मेलन के पहले दिन 11 मार्च को पंजीयन, स्वागत व सामान्य चर्चा होगी। दूसरे दिन चिकित्सा व फिजियो थेरेपी की आधुनिक पद्धति व बदलाव पर परिचर्चा की जाएगी। तीसरे व अंतिम दिन 13 मार्च को प्रतिनिधि जोधपुर के ऐतिहासिक स्थल मेहरानगढ़, उम्मेद भवन पैलेस, मंडोर, कायलाना व त्रिपोलिया बाजार का भ्रमण करेंगे।
ये चिकित्साकर्मी करेंगे शिरकत
आईसी चौहान ने बताया कि सम्मेलन में कोलकाता के ग्रुप कैप्टन बीसी करक, बेंगलुरु की कैप्टन राजेश्वरी, लेफ्टिनेंट कर्नल धनलक्ष्मी, सार्जेंट प्रिंसटन, स्टैनीसलैस, एसके सरकार, केरल के सार्जेंट आचयूतन व दामोदरन, अंबाला से सार्जेंट केएल सैनी, कोच्चि से सार्जेंट जॉर्ज सम्मेलन में पहुंचेंगे।
वहीं कानपुर से जूनियर वारंट ऑफिसर आरबी पॉल, पटना से आर प्रसाद, दिल्ली से सार्जेंट ओमप्रकाश, जोधपुर से जूनियर वारंट ऑफिसर आईसी चौहान व पीडी वैष्णव तथा ओमान से एचएफओ वीबी शर्मा परिवार सहित शिरकत करेंगे। सभी प्रतिभागियों की उम्र 70 साल से अधिक है।