नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम सहित एनसीआर के जिलों में बुधवार को भारत बंद का कोई प्रभाव नहीं दिखाई दिया। स्कूल, दुकानें और फैक्ट्रियां रोजाना की तरह खुली रहीं। नोएडा में भारत बंद के आह्वान के संदर्भ में अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) शिवहरी मीना ने सेक्टर 18 और 27 मार्केट में पुलिस बल का पैदल मार्च निकाला।
नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी के भारत बंद का एनसीआर, विशेष रूप से नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ा। गाजियाबाद में स्थानीय कार्यकर्ताओं ने कई दिनों से भीड़ इकट्ठा करने की योजना बनाई थी, लेकिन हजारों लोगों की भागीदारी की उम्मीद के बावजूद प्रदर्शन में संख्या अपेक्षाकृत कम रही। हालांकि कार्यकर्ताओं का उत्साह स्पष्ट रूप से देखने को मिला। सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए पुलिस को सतर्कता के साथ ड्यूटी करने के निर्देश दिए गए।
एससीएसटी आरक्षण को सुरक्षित रखने की मांग को लेकर बसपा (बहुजन समाज पार्टी) ने भारत बंद का ऐलान किया था। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बुधवार को सुबह 11 बजे आरडीसी स्थित बसपा कार्यालय से जिला अध्यक्ष दयाराम सैन के नेतृत्व में लोग कलेक्ट्रेट की ओर पैदल मार्च करते हुए निकले।
रैली में केंद्र सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
बताया गया है कि केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए, जिससे यातायात बाधित हो गया। इसके बाद कार्यकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन डीएम को सौंपा। इस अवसर पर वीरेंद्र कुमार सिंह, रवि जाटव, पंकज कुमार शर्मा, गंगा शरण, बबलू, बाबूलाल सेन, प्रमोद कुमार सागर, मुनव्वर चौधरी और ओमवीर उपस्थित रहे। इसके अलावा कालका गढ़ी चौक से अंबेडकर रोड होते हुए आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी एक पैदल मार्च निकाला और सीधे कलेक्ट्रेट पहुंचे।
नोएडा में नहीं दिखा भारत बंद का असर
देशभर में कुछ संगठनों द्वारा भारत बंद के आह्वान का नोएडा में कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा। शहर में जीवन अपनी सामान्य रफ्तार से चलता रहा और फैक्ट्रियाँ, कंपनियाँ, बाजार, कार्यालय तथा स्कूल नियमित रूप से खुले रहे। नोएडा के प्रमुख बाजारों, जैसे सेक्टर 18, अट्टा मार्केट और अन्य व्यावसायिक क्षेत्रों में भीड़भाड़ सामान्य दिनों की तरह बनी रही। कहीं भी दुकानों के बंद होने की कोई सूचना नहीं मिली।
बता दें यातायात व्यवस्था पूरी तरह से सुचारू रही और शहर में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली, क्योकि पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के लिए ठोस इंतजाम किए थे। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था, लेकिन शांति और सामान्य स्थिति को देखते हुए किसी भी बड़ी कार्रवाई की आवश्यकता महसूस नहीं हुई।
चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल रहा तैनात
स्थानीय निवासियों ने बंद के प्रति उदासीनता दिखाई और अपने रोजमर्रा के कार्यों में व्यस्त रहे। शहर में बंद का कोई प्रभाव न होने के कारण व्यापारियों और आम जनता ने राहत की सांस ली। कुल मिलाकर शहर में भारत बंद के आह्वान का कोई असर नहीं पड़ा और शहर की दिनचर्या सामान्य रूप से चलती रही। इसी बीच भारत बंद के आह्वान के संदर्भ में अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) शिवहरी मीना ने सेक्टर 18 और 27 मार्केट में डीसीपी नोएडा रामबदन सिंह, डीसीपी अनिल कुमार यादव और एडीसीपी मनीष कुमार मिश्र के साथ मिलकर पुलिस बल का पैदल मार्च निकाला। सुरक्षा और शांति व्यवस्था के दृष्टिगत, पुलिस बल को सतर्कता से ड्यूटी करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए।
BSP कार्यकर्ताओं ने डीसी को सौंपा ज्ञापन
एससी-एसटी आरक्षण के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में कई संगठनों ने बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया था, लेकिन गुरुग्राम में इसका कोई प्रभाव नहीं देखा गया। बहुजन समाज पार्टी के नेता विजय खटाना के नेतृत्व में कुछ लोगों ने डीसी को अपनी मांगों के संबंध में ज्ञापन प्रस्तुत किया। शहर में किसी प्रकार का प्रदर्शन देखने को नहीं मिला। हालांकि, इस स्थिति को लेकर गुरुग्राम पुलिस पहले से ही तैयार थी।
पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें कहा गया कि कानून व्यवस्था को बाधित करने वाले असामाजिक तत्वों पर पूरी नजर रखी जाएगी। इसके साथ ही आम जनता से भी अपील की गई थी कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें। जिले के स्कूल आम दिनों की तरह खुले रहे और सुबह-सुबह बच्चे स्कूल पहुंच गए। किसी को भी किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हुई। शहर के बाजार भी सामान्य रूप से खुले रहे।