केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर हमला बोला है। उन्होंने माई-बहन मान योजना की घोषणा पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह बिहार की जनता को गुमराह करने की कोशिश है। चिराग ने कहा, "90 के दशक को याद कीजिए, जब इन्हीं के परिवार का सदस्य मुख्यमंत्री था। उस समय न माई याद आई और न बहन। तब इन्हें सिर्फ जाति और धर्म के MY समीकरण की ही चिंता थी।"
महिलाओं को गाली और दिखावे का सम्मान
चिराग पासवान ने आरोप लगाया कि आरजेडी के नेता महिलाओं को सम्मान देने की बात करते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि उनके ही परिवार की महिलाओं को अपमानित किया गया। चिराग ने कहा, "मेरी मां और बहन तक को इनकी पार्टी के लोगों ने गाली दी। ये लोग दिखावे के लिए महिलाओं की योजनाओं का ऐलान करते हैं, जबकि असलियत में मौखिक रूप से भी उन्हें सम्मान नहीं दे पाते।"
योजनाओं की नकल का आरोप
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार की जनता अब समझ चुकी है कि तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी सिर्फ एनडीए सरकार की योजनाओं की नकल कर रही है। चिराग के अनुसार, "आज जो योजनाएं तेजस्वी यादव लेकर आ रहे हैं, वे वही हैं जो पहले एनडीए की सरकारों ने अलग-अलग राज्यों में लागू की थीं। बिहार के लोग जानते हैं कि यह सब सिर्फ वोट बैंक की राजनीति है।"
विशेष राज्य के दर्जे पर बदलती राजनीति
चिराग ने तेजस्वी यादव पर विशेष राज्य का दर्जा मांगने को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे, तब इन्हें विशेष राज्य का दर्जा क्यों याद नहीं आया? अब विपक्ष में बैठकर तेजस्वी यादव अलग भाषा बोलते हैं और सत्ता में आते ही उनकी भाषा बदल जाती है।"
जनता को जागरूक रहने की अपील
चिराग पासवान ने अंत में बिहार की जनता से अपील की कि वे जाति और धर्म की राजनीति से ऊपर उठें और ऐसे नेताओं को पहचानें, जो सिर्फ चुनावी फायदे के लिए नई-नई घोषणाएं करते हैं। उन्होंने कहा कि जनता अब समझ चुकी है कि किसके वादे सच्चे हैं और किसके झूठे। चिराग पासवान के इन बयानों से साफ है कि बिहार में राजनीतिक बयानबाजी का दौर तेज हो गया है। आने वाले दिनों में तेजस्वी यादव और आरजेडी के जवाब से यह बहस और तीखी हो सकती है।