बिहार में चुनाव से पहले अब कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस की नीतियों और बिहार में RJD पर पार्टी की निर्भरता से पूर्व अध्यक्ष नाराज बताये गए।
Patna Lok Sabha Election: बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा ने प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। चुनावों के चलते कांग्रेस को लगातार झटके लग रहे हैं। पूर्व अध्यक्ष ने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को चिट्ठी भेज कर जानकारी दी है। उन्होंने पार्टी छोड़ने का जो कारण बताया है, वह चौंकाने वाला है। बताया जा रहा है कि पप्पू यादव को कांग्रेस में शामिल करने की वजह से अनिल शर्मा ने इस्तीफा दिया है।
पार्टी छोड़ने की बताई बड़ी वजह
subkuz.com को प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये मिली जानकारी के अनुसार, अनिल शर्मा ने कहा कि मेरे इस्तीफा देने की सबसे बड़ी वजह पप्पू यादव को कांग्रेस में शामिल करना है। आगे उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को कश्मीर में मोहब्बत की दुकान खोलनी चाहिए। क्योंकि वहां एक समुदाय आतंक मचाए रहता है। जब तक दिल्ली में राहुल-सोनिया और बिहार में लालू तेजस्वी रहेंगे तब तक कांग्रेस और RJD का गठबंधन बना रहेगा।
कांग्रेस की कथनी और करनी में फर्क : Anil
सूत्रों के मुताबिक, आगे अनिल शर्मा ने कहा कि अगर लोकसभा चुनाव 2024 में महागठबंधन के लिए 4-5 सीटें भी मिल गई तो तेजस्वी का राज आ जाएगा। वहीं राम लला का आमंत्रण ठुकराने के पीछे का कारण उन्होंने सोनिया गांधी का सांप्रदायिक कदम माना। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में बहुत फर्क आ गया है।
पप्पू की महिमा मंडन पर जताई नाराजगी
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने पप्पू यादव की अत्यधिक सिमा तक प्रशंसा करने और सम्मान (महिमा मंडित) किये जाने पर भी अपनी जाहिर की। उन्होंने साफ कर दिया कि पप्पू यादव का कांग्रेस में शामिल होना ठीक नहीं है। उन्होंने बताया कि कांग्रेसी राहुल गांधी ने पहले यूथ कांग्रेस में नियम बनाया था कि, जिसके ऊपर कोई भी आपराधिक मामला होगा, उसे पार्टी में शामिल नहीं किया जाएगा। अब कांग्रेस के कथनी और करनी में फर्क आ गया है।