झारखंड सरकार के आंकड़ों को मध्य नजर रखते हुए जानकारी मिली है कि सरकार ने वित्तीय वर्ष की समाप्ति होने के अंतिम समय तक तकरीबन 1.05 लाख करोड़ रुपये का खर्चा कर दिया है. सोमवार (१ अप्रेल) दोपहर तक सभी ट्रेजरी से आंकड़ों को मिलाकर अंतिम रिपोर्ट जारी कर दी जाएगी। विभाग की उपलब्धियों से वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर कुमार उरांव बहुत खुश हैं।
रांची: झारखंड सरकार ने विकास कार्यों में वित्तीय वर्ष की समाप्ति के अंतिम समय तक तकरीबन 1.05 लाख करोड़ रुपये खर्च करने में सक्षम रही है। विभाग के कार्यों से सभी खुश है. सोमवार दोपहर तक सभी ट्रेजरी बिल से आंकड़ों को मिलाने के बाद अंतिम रिपोर्ट पेश की जाएगी। बताया गया है कि अबतक किए गए खर्च का आंकड़ा 92 प्रतिशत से ऊपर पहुंच चुका हैं।
विभाग की उपलब्धियों से खुश हूं - वित्त मंत्री उरांव
वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर कुमार उरांव ने Subkuz.com को बताया कि वह विभाग की उपलब्धियों से खास तौर पर बहुत खुश हैं और सरकार हर प्रकार के उठापटक के बावजूद भी पहले से काफी ज्यादा राशि खर्च करके वित्तीय प्रबंधन में बेहतर साबित हो रही है। रविवार (३१ मार्च) की शाम तक समेकित रिपोर्ट (Consolidated Report) तैयार नहीं हो पाई थी लेकिन तैयार आंकड़ों के हिसाब से 89.35 प्रतिशत के करीब राशि खर्च की जा चुकी थी। जानकारी के मुताबिक विभाग ने पिछले वित्तीय वर्ष में लगभग 90.75 हजार करोड़ रुपये खर्च किए थे।
खर्च का आंकड़ा 90 प्रतिशत से अधिक
जानकारी के मुताबिक वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर कुमार उरांव स्वास्थ्य कारणों के चलते अभी नई दिल्ली में हैं। उन्होंने मीडिया को बताया कि कुछ आवश्यक शारीरिक जांच कराने के बाद एक-दो दिनों में वापस झारखंड लौट आएंगे। उन्होंने बताया कि साेमवार (१ अप्रेल को नई दिल्ली से ही खर्च से संबंधित ब्योरे (आंकड़ों) को जारी करेंगे। वित्त मंत्री उरांव ने बताया कि विभाग द्वारा किए गए खर्च का अनुपात काफी संतोषजनक है और आंकड़े वित्तीय प्रबंधन की सफलता के बारे में बता रहे हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार लगातार चार वर्षों में 90 प्रतिशत से अधिक रकम खर्च करने में सफल रही हैं।
पिछली सरकारों ने नहीं किया इतना खर्च
अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व की सरकारों के आंकड़ों पर नजर डाले तो सरकार खर्च के मामले में 80-85 प्रतिशत के आसपास आकर ठहर जाता था। हमारी सरकार ने पिछले वित्तीय वर्ष में तकरीबन 88.67 प्रतिशत से अधिक रकम खर्च की थी। वित्त सचिव रंजन कुमार ने 19 मार्च 2024 को सभी विभागों को आधिकारिक पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि सभी विभाग खर्च की गई राशि का सही-सही विवरण तैयार करें और जो राशि शेष बची हुई है उसे 31 मार्च तक किसी कार्य में लगा दे. इस बात के लिए किसी भी प्रकार की अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है।