ओडिशा की स्थापना दिवस पर उत्कल दिवस मनाया जाता है। आज (सोमवार) ओडिशा में इस दिवस के उपलक्ष में सीएम ने राज्यवासियों को शुभकामनाएं दी।
ओडिशा स्थापना दिवस 2024: ओडिशा में आज राज्य की स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में धूमधाम से उत्कल दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्यवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने भी अपनी सुंदर बालुका कलाकृति से वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी है। इस अवसर पर पर्यटकोक की भी काफी भीड़ देखने को मिल रही है।
भाषा के आधार पर राज्य गठन
subkuz.com को मिले सूत्रों के मुताबिक, 1 अप्रैल ओडिशा के लिए इतिहास में एक अविस्मरणीय दिन है। आज के दिन ही ओडिशा देश का पहला भाषा-आधारित राज्य बना। जिसे उत्कल दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज का दिन उड़िया लोगो के लिए खास दिन है। इस मौके पर राष्ट्रपति द्रोपती मुर्मू, पीएम मोदी और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने भी राज्य वासियों को उत्कल दिवस की बधाई दी है।
ओडिशा का इतिहास
उत्कल दिवस जिसे ओडिशा स्थापना दिवस के रूप में जाना जाता है। 1 अप्रैल, 1936 को ओडिशा राज्य के गठन को चिह्नित करने के लिए हर साल उत्सव के रूप में मनाते हैं। बताया जा रहा है कि यह दिन भारत में ब्रिटिश शासन के दौरान संयुक्त बिहार और उड़ीसा प्रांत से ओडिशा के अलग होने का प्रतीक है। बता दें कि इस दिन राज्य के निर्माण में उत्कल मणि गोपबंधु दास और उत्कल गौरव मधुसूदन दास, महाराज रामचंद्र भंजदेव, महाराजा कृष्ण चंद्र गजपति समेत कई लोगों को बड़ा योगदान रहा है। इन सभी को विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन से पहले श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है।
ओडिशा दिवस को विशुवा मिलन के नाम से भी जाना जाता है। इस अवसर पर राज्य में एक अप्रैल को प्रतिबंधित अवकाश रखा जाता है। और पूरा राज्य अपने स्थापना दिवस के जश्न में सक्रिय रूप से हिस्सा लेता है, जिसे पूरे क्षेत्र में सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक कार्यक्रमों द्वारा चिह्नित किया जाता है। उत्सव में देश की समृद्ध विरासत और परंपराओं को उजागर करने वाले सेमिनार और प्रदर्शनियां भी उपस्थित होते हैं।