बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अयोध्या से जनकपुर तक बनने वाले रामजानकी पथ के निर्माण में तेजी लाने का अनुरोध किया है। यह महत्वपूर्ण धार्मिक मार्ग है, जो अयोध्या (भगवान राम की जन्मस्थली) को जनकपुर (माता सीता की जन्मस्थली) से जोड़ेगा। इस परियोजना के महत्व को देखते हुए अब इसे जल्द पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अयोध्या से जनकपुर के बीच बन रहे रामजानकी पथ के निर्माण में तेजी लाने का अनुरोध किया था। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि संबंधित मंत्रालयों को निर्देश देकर इस परियोजना को शीघ्रता से आगे बढ़ाया जाए, ताकि इसका निर्माण जल्द से जल्द पूरा हो सके।
नीतीश कुमार के इस अनुरोध का मुख्य कारण यह है कि अयोध्या से सीतामढ़ी तक फोरलेन की बेहतर संपर्कता से लोग भगवान श्री राम के दर्शन के बाद सीतामढ़ी के पुनौराधाम में माता सीता के भी दर्शन कर सकेंगे। यह धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के विकास के साथ-साथ लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक यात्रा मार्ग होगा।
इस परियोजना में अब हलचल शुरू हो गई है, खासकर उन दो जिलों में जहां जमीन अधिग्रहण की समस्या है। इसके लिए अक्टूबर महीने तक प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य तय किया गया है। प्रोजेक्ट के एलायनमेंट (मार्ग निर्धारण) के तहत संबंधित जिलों से जमीन की व्यवस्था की प्रगति का अपडेट भी मांगा गया है, जिससे निर्माण में किसी प्रकार की देरी न हो।
सिवान जिले से होकर गुजर रहा राम जानकी पथ - नितीश
रामजानकी पथ के निर्माण के तहत सीवान और सारण जिलों में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। इस परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा इन जिलों से होकर गुजरता है, जिसके लिए अतिरिक्त जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। हालाँकि, सीवान जिले में जमीन अधिग्रहण की कागजी प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। इसलिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि इस प्रक्रिया को अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाए, ताकि निर्माण कार्य में और देरी न हो।
इसी प्रकार, सारण जिले का भी एक हिस्सा रामजानकी पथ के एलायनमेंट (मार्ग निर्धारण) में आता है। यहाँ भी जमीन अधिग्रहण की समस्या बनी हुई है, क्योंकि मुआवजे के भुगतान में देरी हो रही है। इस कारण से निर्माण एजेंसी को काम शुरू करने में कठिनाई हो रही है। सारण के जिला प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि अक्टूबर तक मुआवजे का भुगतान कर दिया जाए, ताकि निर्माण एजेंसी अपने काम को सुचारू रूप से शुरू कर सके।
नितीश ने पीएम मोदी से किया अनुरोध
रामजानकी पथ के निर्माण कार्य को लेकर बिहार में सीवान और सारण के अतिरिक्त पूर्वी चंपारण, शिवहर और सीतामढ़ी जिलों में भी जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है। इस परियोजना को तेज़ी से पूरा करने के लिए उच्च स्तर पर मानीटरिंग की व्यवस्था की जा रही है। इन जिलों से यह रिपोर्ट मांगी गई है कि उनके क्षेत्रों में रामजानकी पथ के एलायनमेंट के अनुसार जमीन अधिग्रहण की स्थिति क्या है।
प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करने के उद्देश्य से इन जिलों की स्थिति की समीक्षा के लिए एक विशेष उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की जानी है। बैठक में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जिन जिलों में जमीन उपलब्ध हो गई है, वहाँ निर्माण कार्य में कोई देरी न हो। यदि जमीन अधिग्रहण के बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है, तो इस मुद्दे की उच्च स्तर पर मानीटरिंग की जाएगी, ताकि सभी अड़चनों को दूर किया जा सके और परियोजना को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके।