उत्तराखंड के चमोली जिले में शुक्रवार को माणा क्षेत्र में ग्लेशियर टूटने के बाद आए भीषण हिमस्खलन ने पूरे इलाके में तबाही मचा दी। इस हादसे में बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) के कैंप को भारी क्षति पहुंची, जबकि 22 मजदूर अब भी लापता हैं।
चमोली: उत्तराखंड के चमोली जिले में शुक्रवार को माणा क्षेत्र में ग्लेशियर टूटने के बाद आए भीषण हिमस्खलन ने पूरे इलाके में तबाही मचा दी। इस हादसे में बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) के कैंप को भारी क्षति पहुंची, जबकि 22 मजदूर अब भी लापता हैं। बचाव दलों ने अब तक 33 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। सेना और आईटीबीपी की टीमों ने शनिवार सुबह दोबारा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया हैं।
मौसम ने बढ़ाई मुश्किलें, चेतावनी जारी
उत्तराखंड के उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में भारी हिमपात और हिमस्खलन की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग के अनुसार, 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बर्फबारी हो सकती है। चमोली जिले में हालात सबसे गंभीर बने हुए हैं, जहां कई गांव पूरी तरह से बर्फ की चादर में ढक चुके हैं।
लगातार बर्फबारी और बारिश के कारण कई महत्वपूर्ण मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। बदरीनाथ हाइवे हनुमान चट्टी के पास बर्फबारी के चलते बंद हो गया है, जबकि औली-जोशीमठ मार्ग भी कई स्थानों पर बाधित है। नीति-मलारी हाईवे भापकुंड के आगे पूरी तरह अवरुद्ध हो चुका हैं। शनिवार सुबह मौसम साफ होते ही सेना और आईटीबीपी ने पुनः बचाव कार्य शुरू कर दिया है। बद्रीनाथ धाम में तैनात जवानों को भी खोज और राहत अभियान में लगाया गया है। लापता मजदूरों को ढूंढने के लिए विशेष खोजी उपकरणों का उपयोग किया जा रहा हैं।
बिजली आपूर्ति ठप, गांवों में भारी संकट
गंगोत्री और यमुनोत्री घाटी में कुल 48 गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। यमुनोत्री धाम में बर्फ की मोटी परत जम गई है, जबकि गंगोत्री में चार फीट तक बर्फ गिरने की संभावना जताई गई है। क्षेत्र के कई गांवों में संचार सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं। चमोली में हुए इस हादसे को देखते हुए एम्स ऋषिकेश प्रशासन अलर्ट हो गया है। अस्पताल में हेली एंबुलेंस और मेडिकल स्टाफ को 24 घंटे तैनात कर दिया गया है। ट्रॉमा सेंटर में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम को स्टैंडबाय रखा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में घायलों का त्वरित इलाज किया जा सके।
स्थानीय प्रशासन की अपील
जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे ऊंचाई वाले इलाकों में जाने से बचें और मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लें। प्रशासन की ओर से बचाव और राहत कार्यों में तेजी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। चमोली जिले में बिगड़ते हालात को देखते हुए सभी सरकारी एजेंसियां राहत कार्यों में जुटी हुई हैं। बचाव दल लापता मजदूरों की तलाश में हरसंभव प्रयास कर रहे हैं, जबकि प्रभावित गांवों तक राहत सामग्री पहुंचाने का काम भी जारी हैं।