Columbus

Chhattisgarh Encounter: सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़, तीन उग्रवादी हुए ढेर

🎧 Listen in Audio
0:00

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले की सीमा पर एक बार फिर सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हो रही है। यह ऑपरेशन जंगलों में छिपे नक्सलियों के खात्मे के लिए चलाया जा रहा हैं। 

रायपुर: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले की सीमा पर जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है। सुरक्षा बलों ने नक्सलियों को घेर लिया है, और अब तक तीन नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी मिला है. बीजापुर के एसपी जितेंद्र यादव ने बताया कि सुरक्षा बल की टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी, जब नक्सलियों से आमना-सामना हो गया और मुठभेड़ शुरू हो गई। फिलहाल, ऑपरेशन अभी जारी है और विस्तृत जानकारी बाद में साझा की जाएगी।

सुरक्षा बलों का बड़ा अभियान

बीजापुर के एसपी जितेंद्र यादव ने जानकारी दी कि पुलिस को गुप्त सूत्रों से सूचना मिली थी कि इस इलाके में नक्सली सक्रिय हैं। इसके बाद सुरक्षाबलों ने एक बड़े नक्सल विरोधी अभियान की शुरुआत की। 500 से अधिक जवानों ने जंगलों में मोर्चा संभाला और नक्सलियों को चारों तरफ से घेर लिया। मुठभेड़ अभी भी जारी है और माना जा रहा है कि इस अभियान में कई और नक्सली मारे जा सकते हैं।

मुठभेड़ के दौरान दोनों तरफ से भारी गोलीबारी हो रही है। सूत्रों के मुताबिक, मारे गए नक्सलियों में कुछ बड़े कमांडर भी शामिल हो सकते हैं। सुरक्षा बल पूरी सतर्कता के साथ अभियान को अंजाम दे रहे हैं ताकि नक्सली भाग न सकें।

20 मार्च को हुई थी बड़ी कार्रवाई

इससे पहले 20 मार्च को बीजापुर और कांकेर जिले में सुरक्षाबलों ने दो अलग-अलग मुठभेड़ों में 30 नक्सलियों को मार गिराया था। इस दौरान डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) के बहादुर जवान राजू ओयाम ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था। सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल को घेर रखा है और आगे की कार्रवाई जारी है। मौके पर अतिरिक्त बल भी भेजा गया है ताकि किसी भी तरह की नक्सली गतिविधि को रोका जा सके। इस ऑपरेशन को अब तक का सबसे बड़ा अभियान माना जा रहा है और इसमें नक्सली गुटों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता हैं। 

Leave a comment