दिल्ली मेट्रो के तीनों व्यस्त कॉरिडोर—रेड, येलो, और ब्लू लाइन पर यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक खुशखबरी है। ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन (AFC) गेट बढ़ाए जाएंगे। यह निर्णय दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने मेट्रो में यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए लिया है। एनसीआर में मेट्रो का 393 किलोमीटर का नेटवर्क है, जिसमें इन स्टेशनों पर कुल 3184 AFC गेट स्थापित किए गए हैं।
नई दिल्ली : दिल्ली मेट्रो के तीनों व्यस्त कॉरिडोर - रेड, यलो और ब्लू लाइन पर ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन (एएफसी) गेट की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसी कारण दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने नए एएफसी गेट खरीदने के लिए टेंडर प्रक्रिया की शुरुआत की है। टेंडर आवंटित होने के बाद, एक वर्ष के भीतर चरणबद्ध तरीके से इन तीनों कॉरिडोर के स्टेशनों पर अतिरिक्त एएफसी गेट स्थापित किए जाएंगे। इससे एएफसी गेट की संख्या में आठ प्रतिशत की वृद्धि होगी, जिससे यात्रियों को भीड़भाड़ से राहत मिलेगी।
दिल्ली मेट्रो में यात्रियों की संख्या में निरंतर वृद्धि
वर्तमान में एनसीआर में मेट्रो का कुल नेटवर्क 393 किलोमीटर तक फैला हुआ है, जिसमें 3184 एएफसी गेट स्टेशनों पर स्थापित किए गए हैं। हाल के दिनों में मेट्रो में यात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इस कारण पिछले दो महीनों में मेट्रो में यात्रियों की रिकॉर्ड संख्या देखी गई है। डीएमआरसी (DMRC) के अनुसार, इस वर्ष अब तक 19 दिन ऐसे रहे हैं जब मेट्रो में पैसेंजर जर्नी 70 लाख से अधिक दर्ज की गई।
इनमें से 17 दिन अगस्त और वर्तमान माह सितंबर के हैं। 20 अगस्त को मेट्रो में सबसे अधिक यात्रियों ने यात्रा की थी, जब पैसेंजर जर्नी का आंकड़ा 77.49 लाख तक पहुँच गया।
दिल्ली मेट्रो की सबसे व्यस्त तीन लाइने रेड, येलो और ब्लू
येलो लाइन (Yellow Line) (समयपुर बादली से मिलेनियम सिटी सेंटर, गुरुग्राम) की मेट्रो में सबसे ज्यादा यात्री यात्रा करते हैं। इसके बाद ब्लू लाइन (Blue Line) (द्वारका सेक्टर 21 से इलेक्ट्रानिक सिटी/वैशाली) दूसरे स्थान पर है, जबकि रेड लाइन (Red Line) (रिठाला से न्यू बस अड्डा, गाजियाबाद) तीसरे नंबर पर सबसे व्यस्त कॉरिडोर है।
यात्रियों की संख्या में वृद्धि के कारण कई स्टेशनों के निकास एएफसी गेट के आसपास भीड़ की समस्या बढ़ गई है। जब मेट्रो ट्रेन के यात्री उतरते हैं, तो उन्हें एएफसी गेट के पास पहुंचने पर बाहर निकलने के लिए लंबी लाइन में लगना पड़ता है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त एएफसी गेट लगाने की योजना बनाई गई है।